सरकार ने कहा.. गुणवत्ता बेहतर बनाना सर्वोपरि लक्ष्य

Thursday, May 18, 2017 - 02:55 PM (IST)

नई दिल्ली : शिक्षकों पर गैर अकादमिक कार्यो के बढ़ते बोझ को शिक्षा की गुणवत्ता के मार्ग में बाधक बताये जाने की चिंताआें के बीच सरकार ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना हमारा सर्वोपरि लक्ष्य है और इस दिशा में राज्यों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है जिसमें शिक्षक मंथन कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह पूछे जाने पर कि शिक्षकों पर मध्याह्न भोजन, पोलियो खुराक पिलाने, पोशाक वितरित करने समेत अन्य गैर अकादमिक कार्यों की जिम्मेदारी होती है और इससे स्कूलों में शिक्षा का स्तर प्रभावित होता है, मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा, ‘‘शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना हमारा सर्वोपरि लक्ष्य है। राज्यों के साथ मिलकर हमने सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की पहल की है।

शिक्षण मंथन के माध्यम से इसे आगे बढ़ाया जा रहा है और इसके सकारात्मक परिणाम सामने भी आ रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि कई कार्यो का भार शिक्षकों पर से हटाया गया है और कुछ अन्य बातें सामने आने पर हम राज्यों के साथ मिलकर इस दिशा में पहल करेंगे। मध्याह्न भोजन योजना के बारे में देश के विभिन्न हिस्सों से आ रही शिकायतों के बारे में पूछे जाने पर मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि कुछ खामियों की खबर आने के बावजूद हमें यह स्वीकार करना होगा कि मध्याह्न भोजन योजना दुनिया में स्कूलों में पोषक आहार उपलब्ध कराने की सबसे बड़ी योजना है जिसमें 11.5 लाख स्कूलों में 10 करोड़ छात्रों को पोषक आहार उपलब्ध कराया जाता है। मध्याह्न भोजन से जुड़े नीतिगत विषय पर निर्णय करने के लिए एक परिषद है। वह निर्णय करती है। 
 

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