World Book Fair: जगह की कमी की वजह से पुस्तक प्रेमियों को हो रही परेशानी

Friday, Jan 11, 2019 - 05:41 PM (IST)

नई दिल्ली: विश्व पुस्तक मेले में इस बार प्रकाशकों और मेले में घूमने के लिए आने वाले पुस्तक प्रेमियों को जगह की कमी का सामना करना पड़ रहा है। पहले यह मेला 40,000 वर्ग मीटर जगह में फैला रहता था जो इस साल 23,000 वर्ग मीटर में सिमट गया। इस मेले का आयोजन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) ने इंडिया ट्रेड प्रोमोशन आर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) के साथ मिल कर किया है। प्रगति मैदान में चल रहे मरम्मत और निर्माण कार्यों के बीच यह मेला चल रहा है।  इस मेले में हिस्सा लेने वाले प्रकाशकों और उनके स्टॉलों की संख्या में भी कमी आई है। पिछले साल 800 प्रकाशकों ने इस मेले में हिस्सा लिया था। इस साल उनकी संख्या घटकर इस साल 600 हो गई है। पिछले साल 2,500 से ज्यादा स्टॉल थे। उनके मुकाबले अब सिर्फ 1,350 हो स्टॉल हैं।          

 इस प्रदर्शनी स्थल का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1972 में किया था। अब इसका निर्माण इंटिग्रेटेड एक्जिबिशन-कम कंन्वेंशन सेंटर (आईईसीसी) के रूप में हो रहा है। आईटीपीओ के मुताबिक परियोजना 2019 में पूरी हो जाएगी। मेले में आई 40 वर्षीय शिवानी कालसोत्रा ने कहा, ‘‘ तीन साल के अंतराल पर मैं इस मेले में आ रही हूं। ऐसा प्रतीत होता है कि आप एक निर्माण स्थल पर आए हैं, जहां किताबें भी बेची जा रही है। यह विश्व पुस्तक मेला है। हम दूसरे देश के प्रकाशकों पर कैसी छाप छोड़ रहे हैं।‘’ एनबीटी के एक अधिकारी के अनुसार विश्व पुस्तक मेला सामान्य तौर पर 40,000 वर्ग मीटर में फैला रहता था लेकिन इस साल सिर्फ 23,000 वर्ग मीटर जगह ही आवंटित किया गया है।  प्रकाशकों का कहना है कि इस पुस्तक मेला में हिस्सा लेने वाले कई प्रकाशकों को मनचाहा स्थान नहीं मिल पाया।  विश्व पुस्तक मेला 13 जनवरी को समाप्त हो रहा है।      

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