World Book Day 2020: कोरोना लॉकडाउन में किताबें है अच्छा सहारा, जानें 23 अप्रैल को ही क्यों

Thursday, Apr 23, 2020 - 11:45 AM (IST)

नई दिल्ली: दुनियाभर में आज के दिन यानि 23 अप्रैल वर्ल्ड बुक डे मनाया जाता है। यूनेस्को ने शेक्सपियर जैसे लेखकों सम्मान देने के लिए 23 अप्रैल को वर्ल्ड बुक डे मनाया जाता है। वर्ल्ड बुक कैपिटल 2020 कुआलालंपुर है जो मलेशिया की राजधानी है। यूनेस्को और उससे जुड़े संगठन दुनिया भर में विश्व पुस्तक दिवस मनाते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित करना और दुनिया भर के लेखकों एवं पुस्तकों को सम्मान देना है।

किताबें है अच्छा सहारा
लेकिन देश भर में कोरोना वायरस के लॉकडाउन में अगर आप अकेले हैं तो किताबों से अच्छा आपका कोई साथी नहीं। कोरोना से लड़ने के लिए घर में रहना जरूरी है। घर में रहकर साहित्य पढ़ने से मन में सकारात्मक भाव पैदा होंगे। वर्ल्ड बुक डे वाले दिन कॉपीराइट डे भी कहा जाता है। इस दिन लोगों को किताबों को पढ़ने का महत्व बताया जाता है। एक तरह से देखा जाए तो किताबें हमारी सच्ची जीवन साथी होती हैं। 

 

जानें क्या है मुख्य उद्देश्य 
हमारे जीवन को सही दिशा देने में किताबों की महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। विश्व पुस्तक दिवस का उद्देश्य लोगों में और खासकर बच्चों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा होना चाहिए। 



23 अप्रैल को ही क्यों?
विलियम शेक्सपियर, मिगेल सर्वान्टिस और इंका गैरसिलासो समेत विश्व साहित्य जगत की बड़ी हस्तियों का इस दिन निधन हुआ था। उन हस्तियों को श्रद्धांजलि देने के लिए यूनेस्को ने 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस के तौर पर चुना। पहली बार 23 अप्रैल, 1923 को स्पेन में किताब विक्रेताओं ने इस दिन को मनाया था। 

कैसे मनाते है ये दिन 
दुनिया के अलग-अलग देशों में इस दिन को अपने हिसाब से मनाया जाता है। कहीं मुफ्त में किताबें बांटी जाती हैं तो कहीं प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है। स्कूलों और कॉलेजों में लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।

Riya bawa

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