'हमें अपने भारतीय ज्ञान पर गर्व होना चाहिए'

punjabkesari.in Monday, Nov 05, 2018 - 04:34 PM (IST)

देहरादून: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  दो दिवसीय ज्ञानकुम्भ-2018 के समापन कार्यक्रम में कहा कि भारत ने सदियों पहले शून्य, दशमलव जैसी जानकारियां विश्व को दीं थी और हमें अपने भारतीय ज्ञान पर गर्व होना चाहिए। 

 

 हरिद्वार में पतंजलि विश्वविद्यालय में उत्तराखण्ड सरकार एवं पतंजलि योगपीठ के संयुक्त तत्वावधान के कार्यक्रम में योगी ने कहा,‘‘ हमें अपने भारतीय ज्ञान पर गर्व होना चाहिए और हमें अपनी संस्कृति और परम्परा को भूलना नहीं चाहिए।’’  उन्होंने कहा कि भारत ने विश्व को गति के नियम, शून्य, दशमलव, पाई का मान आदि की जानकारी सदियों पहले दे दी थी। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति और ज्ञान को किसी न किसी रूप में अपने पाठ्यक्रमों से जोडऩा चाहिए।  यहां जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इस मौके पर स्वामी रामदेव ने शिक्षा में भेदभाव समाप्त किये जाने पर जोर देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों को अपने शिक्षार्थियों के साम्थर्य को समझने की जरूरत है।  


उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों का वातावरण ऐसा बनाए जाने की आवश्यकता है कि विदेशों से लोग भारत में शिक्षा प्राप्त करने आएं।   ज्ञानकुंभ में भाग लेते हुए यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालयों द्वारा सामाजिक और पर्यावरणीय समस्याओं के साथ-साथ स्थानीय समस्याओं पर भी अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।  उन्होंने बजट में शोध और नवोन्मेष में व्यय की जाने वाली राशि को बढ़ाये जाने की वकालत करते हुए कहा कि शोधाॢथयों को शोध कार्यों के लिए गाँवों की ओर भेजा जाना चाहिए।  


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pooja

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