जज बनना चाहती है पुजारी की बेटी, राज्य में किया है टॉप

Tuesday, Apr 24, 2018 - 11:10 AM (IST)

नई दिल्ली :  पंजाब बोर्ड ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट  पर रिजल्ट जारी कर दिया गया है। पंजाब बोर्ड की ओर से जारी रिजल्ट में  लुधियाना के तेजा स्वतंत्रता सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा पूजा जोशी ने 98 फीसदी अंक के साथ 12वीं में टॉप किया है।  वहीं लुधायाना की ही स्पोर्ट्स कैटगरी से प्राची गौर ने 100 परसेंटाइल हासिल किया है। 97.55 प्रतिशत के साथ तेजा स्वतंत्रता सीनियर सेकेंडरी स्कूल के ही विवेक जोशी ने दूसरा स्थान हासिल किया, वहीं तीसरे स्थान पर दशमेश पब्लिक स्कूल फॉर गर्ल्स की जसनूर कौर ने तीसरे स्थान को झटक लिया। गौरतलब है कि इस साल 3,00,417 छात्रों ने 12वीं परीक्षा दी थी। इसमें 1,98,199 छात्र ही पास हो पाए हैं।12वीं में पास होने वाली लड़कियों की संख्या 78.25 प्रतिशत रही, जबकि सिर्फ 60.46 प्रतिशत लड़के ही पास हो सके हैं। 

जज बनना चाहती है पूजा
पूजा की मां राम प्यारी जोशी ने कहा कि उनकी तीन बेटियों व एक बेटे में पूजा सबसे छोटी है। उसके पिता दिनेश प्रसाद जोशी पुरोहित हैं। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक पूजा के पिता दिनेश प्रसाद पास के ही स्थानीय मंदिर में पुजारी हैं और 10,000 रुपए की सैलरी में चार बच्चों को पालना उनके लिए बहुत मुश्किल था। अपनी इस सफलता पर उन्होंने बताया कि वो दिन में 8 घंटे पढ़ाई करती थी, यही नहीं वो छुट्टियों में भी एग्जाम की तैयारी करती थी। पूजा के अऩुसार वो स्कूल से आने के बाद पढ़ने के लिए बैठ जाती थीं । उनके पिता का कहना है कि पूजा जज बनना चाहती है और वो उसके सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। पूजा के परिवार में पूजा के अलावा एक भाई और दो बहनें और भी हैं।

मुक्तसर का पास प्रतिशत रहा सबसे ज्यादा 
इस बार मुक्तसर जिले में पास होने वाले परीक्षार्थियों का प्रतिशत सबसे ज्यादा 79.64 था जबकि मनसा में 78.59 तथा लुधियाना में पास होने वाले छात्रों का प्रतिशत 78.56 था। बोर्ड की परीक्षा में कुल 1,22,784 लड़कियां शामिल रहीं, जिनमें से 96,076 पास हुईं। कुल प्रतिशत 78.25 है। वहीं, 1,51,748 लड़के परीक्षा में बैठे थे, जिनमें से 91,752 पास हुए। कुल पास प्रतिशत 60.46 रहा। सबसे खराब नतीजे सीमावर्ती जिले तरन तारन के रहे जहां पास प्रतिशत महज 31.60 था। परीक्षा में पास होने वाली लड़कियों का प्रतिशत जहां 78.25 था वहीं लड़कों के लिए यह 60.46 फीसदी ही था। 

bharti

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