50 साल की कला और संस्कृति को देखें एक क्लिक में

punjabkesari.in Saturday, Jul 07, 2018 - 12:20 PM (IST)

नई दिल्ली : डिजिटल इंडिया की तरफ कदम बढ़ाते हुए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में भारत का पहला राष्ट्रीय सांस्कृतिक दृश्य-श्रव्य अभिलेखागार (एनसीएए) डिजिटल संग्रहालय बनाया गया हैं। जिसमें भारत की विभिन्न सांस्कृतिक और कला की ऑडियो और विजुअल को ऑनलाइन संग्रहित किया जा रहा है। संस्कृतिक मंत्रालय के तहत 2014 में पांच साल का पायलेट प्रोजेक्ट आईजीएनसीए को दिया गया था। इस पांच साल चलने वाले प्रोजेक्ट में 25 शहरों में सर्वेक्षण करके तीन लाख घंटों की ऑडियो-विजुअल सामग्री को एकीकृत किया गया है। जिसे एक मंच एनसीएए की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। 

 

बहरहाल, एनसीएए की वेबसाइट पर 31,599.48 घंटों की अप्रकाशित तथा गैर व्यवसायीकृत ऑडियो-विजुअल सामग्री को ऑनलाइन उपलब्ध करा दिया गया है। जिनमें ओडियो 17244 घंटे की और वीडियो 14355 घंटे की ऑनलाइन मौजूद है। वेबसाइट में 1948 से लेकर 2004 तक की भारत की विभिन्न संस्कृति-कला की ऑडियो-विजुअल हैं। एनसीएए का पायलट डिजिटल भंडार, पुणे की संस्था सी-डेक की सहयोगी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर डिजिटल प्रिजर्वेशन के सहयोग से तैयार किया गया है। एनसीएए डिजिटल भंडार की स्थापना डिजिटालय के सहयोग से की गई है। प्रोजेक्ट निर्देशक प्रतापनंद झा ने बताया कि इस परियोजना का मूल उदेद्श्य ऑडियो-विजुअल सामग्री के रूप में विद्यमान भारत की सांस्कृतिक विरासत की पहचान कर डिजिटल माध्यम से संरक्षित करना है। ताकि डिजिटलीकरण की प्रक्रिया से भारत की संस्कृति को लोगों के बीच पहुंचाया जा सके।

 

एनसीएए को मिला सबसे विश्वसनीय डिजिटल भंडार पत्र
संस्कृति मंत्रालय की एनसीएए परियोजना को विश्व का पहला विश्वसनीय डिजिटल भंडार का प्रमाण-पत्र भी मिला है। आईजीएनसीए द्वारा कार्यान्वित इस परियोजना को ब्रिटेन की संस्था, प्राइमरी ट्रस्टवर्दी डिजिटल रिपॉजिटरी ऑथराइजेशन बॉडी लिमिटेड (पीटीएबी) ने आईएसओ 16363:2012 का प्रमाण-पत्र दिया है।


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pooja

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