UPTET 2018: वेबसाइट हुई क्रैश, ढाई लाख फार्म फंसे

Saturday, Sep 29, 2018 - 05:45 PM (IST)

नई दिल्ली : यूपीटीईटी यानि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए अॉनलाइन आवेदन की प्रकिया में उम्मीदवारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल पिछले पांच दिनों से वेबसाइट क्रैश होने के कारण घंटों प्रयास के बावजूद अभ्यर्थी फार्म नहीं भर सके हैं और करीब (यूपी-टीईटी) 2018 के ढाई लाख फार्म फंस गये हैं। सबसे ज्यादा परेशानी उन उम्मीदवारों को है जिनके खाते से दो-तीन फीस का रुपया कट चुका है लेकिन फार्म सबमिट नहीं हो रहा। परीक्षा नियामक प्राधिकारी को मिली सूचना के मुताबिक, पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। लेकिन अब तक बमुश्किल लाख फार्म ही अंतिम रूप से जमा हो सके हैं। 50 हजार पंजीकरण फर्जी भी मान लिया जाए तो कम से कम ढाई लाख अभ्यर्थी ऐसे हैं जो ऑनलाइन आवेदन पत्र पूरा नहीं कर सके हैं।

अोवरलोड होने से क्रैश हुई वेबसाइट 
स्टेट डाटा सेंटर का सर्वर और एनआईसी की वेबसाइट ओवरलोड होने के कारण क्रैश हो गई है। जिस निजी बैंक से ऑनलाइन फीस जमा करने की व्यवस्था की गई है, वह भी काम नहीं कर रहा। यूनिवर्सिटी रोड और कटरा आदि इलाकों के साइबर कैफे पर दिनभर भीड़ लगी है। कई अभ्यर्थी पूरी-पूरी रात फार्म भरने की कोशिश रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल रही। गौरतलब है कि टीईटी-18 के लिए 18 सितंबर से ऑनलाइन आवेदन शुरू हुए हैं। पंजीकरण की अंतिम तिथि चार अक्टूबर शाम छह बजे तक है। आवेदन शुल्क पांच अक्टूबर तक स्वीकार किए जाएंगे। पूर्ण रूप से भरे हुए ऑनलाइन आवेदन के प्रिंट लेने की आखिरी तारीख छह अक्टूबर शाम छह बजे तक रखी गई है। पंजीकरण के बाद प्रिंट निकालने पर कई लोगों के फार्म खाली निकल रहे हैं।

एनआईसी की मदद को भेजे अधिकारी व कर्मचारी
टीईटी-18 के आवेदन को लेकर हो रही समस्या पर गुरुवार को अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. प्रभात कुमार की अध्यक्षता में लखनऊ में बैठक हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए अपर मुख्य सचिव ने इसे जल्द सुलझाने को कहा। इसके बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने एक डिप्टी रजिस्ट्रार और एक कम्प्यूटर एक्सपर्ट को एनआईसी लखनऊ भेज दिया ताकि जो समस्या आ रही है उसे दूर किया जा सके।सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कहा - वेबसाइट पर लोड अधिक होने के कारण समस्या हो रही है। एनआईसी की टीम लगी है।
 

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