यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा 2018: परीक्षा खत्म होने से आधा घंटा पहले पेपर आऊट

Saturday, Oct 27, 2018 - 09:12 AM (IST)

नई दिल्लीः सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र गुरुवार को महज एक लाख रुपए में आऊट हुआ था। कक्ष निरीक्षक ने एक कोचिंग संचालक से सेटिंग कर वारदात को अंजाम दिया था। एसटीएफ आगरा यूनिट ने इस मामले में छह आरोपियों को पकड़ा है। आरोपियों में कॉलेज संचालक का बेटा, कक्ष निरीक्षक, एक अभ्यर्थी शामिल है। सभी को जेल भेज दिया गया है।

सिपाही भर्ती की परीक्षा गुरुवार को द्वितीय पाली में दोपहर तीन से पांच बजे तक थी। खंदौली के गांव नगला नीम स्थित बीएल महाविद्यालय में भी सेंटर पड़ा था। इसी सेंटर से प्रश्नपत्र आऊट हुआ था। परीक्षा छूटने से पहले ही पेपर सेंटर के बाहर आ गया था। हालांकि अधिकारियों ने यह दावा किया था कि प्रश्नपत्र हल होकर परीक्षा केंद्र में नहीं आ पाया था। उससे पहले ही परीक्षा खत्म हो गई थी।

एसटीएफ के इंस्पेक्टर हर्षवर्धन ने खंदौली थाने में आईटी ऐक्ट, धोखाधड़ी और नकल अधिनियम की धारा के तहत मुकदमा लिखाया है। शुक्रवार को बीएल महाविद्यालय के प्रबंधक के बेटे अरुण शर्मा, अजीत सिंह (सादाबाद), कुलदीप (गैलाना रोड), मोनू (कुरसंडा, सादाबाद), चंद्रवीर (इगलास, हाथरस) व राजू (राजा का ताल, फिरोजाबाद) को जेल भेजा गया है। चंद्रवीर परीक्षा देने आया था। मोनू की कक्ष निरीक्षक के रूप में ड्यूटी थी। उसने अपने मोबाइल से प्रश्नपत्र की फोटो खींची थी। मोबाइल अजीत सिंह के पास पहुंचाया था। अजीत एक अधिकारी के रिटायर स्टेनो का बेटा है।  

मोबाइल ही बाहर आया था

गुरुवार को बताया गया था कि प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर साल्वर गैंग को व्हाट्सएप किया गया था। शुक्रवार को बताया गया कि कक्ष निरीक्षक ने प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर अपना मोबाइल ही बाहर भिजवा दिया था। दूसरे मोबाइल पर सिर्फ उत्तरों का क्रम आना था।

Sonia Goswami

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