UGC  ने खत्म की 35 विश्वविद्यालयों के ओपन कोर्सों की मान्यता

punjabkesari.in Sunday, Aug 12, 2018 - 04:51 PM (IST)

नई दिल्ली:  डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर रहे स्टूडेंट्स के लिए बुरी खबर है , क्योंकि यूजीसी ने  35 स्टेट और सेंट्रल यूनिवर्सिटी द्वारा कराए जा रहे डिस्टेंस लर्निंग कोर्सों की मान्यता रद्द कर दी है। यूजीसी दुारा लिए इस फैसले का असर देश भर को लाखों स्टूडेंट्स पर पड़ सकता है जो डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से अपनी शिक्षा पूरी कर रहे है। 

यूजीसी ने सभी संस्थानों को कोर्स के संबंध में स्पष्टीकरण देने के लिए एक महीने का समय दिया है, ताकि फैसले पर विचार किया जा सके। शुक्रवार को यूजीसी के डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा कि उन संस्थानों को कोर्सेज को बंद करने पर विचार किया जा रहा है, जिनका संचालन पिछले पांच साल से नहीं हो रहा है । यूजीसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यूजीसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पेशेवर कोर्स जैसे एमबीए, एमसीए, बीएड, होटल मैनेजमेंट और टूरिजम आदि के लिए संबंधित रेग्युलेटरी अथॉरिटी से पहले मंजूरी लेनी होगी, उसके बाद ही मान्यता दी जाएगी। कोर्स को रद्द किए जाने के भय से कई यूनिवर्सिटियों ने ऑफर किए जाने वाले प्रोग्रामों की संख्या घटा दी है क्योंकि वे अनुपालन की जरूरतों को पूरा नहीं करते हैं। 

महाराष्ट्र पर सबसे ज्यादा असर 
महाराष्ट्र इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। मुंबई यूनिवर्सिटी के इंस्टिट्यूट ऑफ डिस्टेंट ऐंड ओपन लर्निंग (आईडीओएल), शिवाजी यूनिवर्सिटी, मराठावाड़ा यूनिवर्सिटी और महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी की मान्यता खत्म हुई है। इसके अलावा यशवंतराव चाह्वान महाराष्ट्र ओपन यूनिवर्सिटी को अपने 38 यूजी और पीजी प्रोग्रामों में से सिर्फ 17 में दाखिले की अनुमति है। मुंबई यूनिवर्सिटी के आईडीओएल के निदेशक डॉ.हरिचंदन ने बताया, 'हमारे सभी कोर्सों की अनुशंसा एक्सपर्ट कमिटी ने की थी। हम नहीं जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ। मुंबई यूनिवर्सिटी एक स्वायत्त संस्था है और हमारे कोर्सों को हमारी ऐकडेमिक काउंसिल मान्यता देती है, हमारे कोर्सों की मान्यता खत्म करने वाला यूजीसी कौन है?' 

यूजीसी ने जारी किया था नोटिस 
गौरतलब है कि 6 फरवरी को यूजीसी द्वारा जारी नोटिस के मुताबिक किसी संस्थान को यूजीसी से मान्यता लेने के लिए तीन महीने के अंदर पहले एनएएसी से मान्यता लेनी होगी। अगर तीन महीने के अंदर एनएएसी से मान्यता नहीं मिलती है तो यूजीसी से भी मान्यता नहीं मिलेगी। सीनेट के एक सदस्य ने कहा, 'हमने अथॉरिटीज की जानकारी में यह बात लाई थी लेकिन किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई। समयसीमा अप्रैल में समाप्त हो गई।' 

यशवंतराव चाह्वान महाराष्ट्र ओपन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ई.वायुनंदन ने बताया कि जिन कोर्सों के लिए आवेदन किया था, उनमें से ज्यादा को वैधता प्रदान कर दी गई है लेकिन बुनियादी कोर्सों की ही मान्यता रद्द कर दी गई है। जैसे कि कॉमर्स के कॉमर्स के सभी कोर्सेज, जैसे बीकॉम कोऑपरेटिव मैनेजमेंट और M.Com को मान्यता मिल  दे दी गई है लेकिन बीकॉम प्रोग्राम की मान्यता को रद्द कऱ दिया गया है।  वहीं बैचलर ऑफ आर्ट्स, हिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, सोशियोलॉजी, मास्टर ऑफ आर्ट्स आदि कोर्सेज को मान्यता मिली है। 
 


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