कालीबाई और नानाभाई के नाम पर होंगे डूंगरपुर के जनजातीय छात्रावासःवसुंधरा
Wednesday, Jul 18, 2018 - 11:18 AM (IST)
जयपुरः राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने डूंगरपुर जिले में संचालित जनजातीय बालिका छात्रावासों का नामकरण शहीद बालिका कालीबाई के नाम तथा जनजातीय बालक छात्रावासों का नामकरण शहीद नानाभाई खांट के नाम पर करने की घोषणा की है। सीएम राजे डूंगरपुर जिले के मांडवा खापरड़ा गांव में शहीद वीर बाला कालीबाई के पेनोरमा के लोकार्पण के अवसर पर यह घोषणा की।
वागड़ की जनता ने जिन आशाओं, आकांक्षाओं और स्नेह के साथ हमें समर्थन दिया था उस विश्वास पर खरा उतरने में हमारी सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। यही कारण है कि मेरी इस यात्रा को डूंगरपुर की जनता ने भरपूर स्नेह और आशीर्वाद दिया। आभार डूंगरपुर।
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) July 17, 2018
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उन्होंने इस पेनोरमा के साथ शहीद नानाभाई और सेंगाभाई की प्रतिमाएं स्थापित करने की भी घोषणा की। उन्होंने नौजवान पीढ़ी का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें ब्रिटिश हुकूमत के जुल्म का विरोध करते हुए मात्र तेरह साल की अल्पायु में शहीद होने वाली बालिका कालीबाई और उन्हीं के साथ शहीद हुए शिक्षक नानाभाई खांट तथा शिक्षा की अलख जगाने वाले कालीबाई के शिक्षक सेंगाभाई के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरों और महापुरूषों की गौरवगाथा को चिरस्थायी बनाने के लिए प्रदेश में लोक देवताओं, संत-महात्माओं और लोकनायकों के पेनोरमा बना रहे हैं।
उन्होंने आदिवासी क्षेत्र की महिलाओं का आह्वान किया कि उन्हें अपने बच्चों को शिक्षा दिलानी चाहिए ताकि वे शिक्षा की अलख जगाने के साथ ही शहीद कालीबाई की तरह अपने परिवार, समाज और देश का नाम रोशन कर सकें। उन्होंने कालीबाई, नानाभाई तथा सेंगाभाई के परिजनों से भी मुलाकात की और उनका समान किया। उन्होंने कहा कि मानगढ़ धाम में गोविंद गुरू राष्ट्रीय जनजातीय संग्रहालय का निर्माण कार्य सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। श्रीमती राजे ने शहीद कालीबाई को नमन करते हुए विजिटर्स बुक पर अपने संदेश में लिखा कि शिक्षा एवं आजादी की अलख जगाने वाली कालीबाई का इतिहास देश को प्रेरणा देगा। उन्होंने शहीद नानाभाई खांट, सेंगाभाई को भी श्रद्धांजलि दी।