UPSC में सफलता पाने के लिए आज ही अपना लें ये आदतें

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 04:01 PM (IST)

नई दिल्ली :  हर साल न जानें कितने लोग यूपीएससी यानि सिविल सर्विसेज एग्जाम परीक्षा की तैयारी करते है। फिर भी बहुत कम लोग यह परीक्षा पास कर पाते है। लोग इस एग्जाम को पास करने के लिए सालों साल मेहनत करते है ,लेकिन फिर भी एग्जाम क्लीयर नहीं कर पाते है। सिविल सर्विसेज एग्जाम को भारत की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है।  लेकिन यदि आप आईएएस परीक्षा को क्लियर करने को लेकर समर्पित और गंभीर हैं, तो इसकी तैयारी का इससे बेहतर कोई तरीका नहीं है। यदि आप भी आईएएस की तैयारी करना चाहते है तो ये आदते अपने जीवन में आज से ही अपना लें 

टाइमटेबल बनाएं
अगर आप आईएएस परीक्षा में सफलता पाना चाहते हैं, तो आपको यह बताने की जरूरत नहीं कि पढ़ाई के लिए टाइमटेबल बनाना कितना जरूरी है। आपका टाइमटेबल ऐसा हो, जो पढ़ाई के घंटों, आराम, फिजिकल एक्टिविटी और सोशल लाइफ सभी के बीच संतुलन बनाकर चले। सारा समय सिर्फ पढ़ाई करते रहने से एकरसता आ जाएगी और पढ़ाई में आपका मन ही नहीं लगेगा। इसके साथ ही, आप दो-तीन अलग-अलग टाइम शेड्यूल बना लें, जिनमें आपकी पढ़ाई के दैनिक, साप्ताहिक और मासिक लक्ष्य निर्धारित हों। इससे आप अपनी तैयारी की निगरानी कर पाएंगे और जहां जरूरी हो, वहां सुधार ला पाएंगे।

कॉन्सेप्ट क्लियर रखें
आईएएस परीक्षा का सिलेबस बहुत ज्यादा है और किसी विषय की पूरी लंबाई-चौड़ाई नाप डालता है। ऐसे में कई उम्मीदवार तथ्यों को रट लेते हैं, बजाय उनका कॉन्सेप्ट समझने के। यह तरीका बिल्कुल गलत है। हमारी याददाश्त केवल एक सीमित डेटा ही स्टोर कर सकती है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप जो भी पढ़ें, उसकी मूल अवधारणा को गहराई से समझें। अगर आप किसी टॉपिक को अच्छी तरह समझ लेंगे, तो उससे जुड़ी तमाम जानकारी अच्छी तरह याद भी रख पाएंगे।

राइटिंग स्किल पर ध्यान दें
कई बार उम्मीदवार केवल पढ़ने पर ही फोकस करते है, लेकिन यह गलत है । शुरू-शुरू में यह रणनीति सही लग सकती है लेकिन आगे चलकर आपको अहसास होगा कि यह गलत है। आईएएस की मेन परीक्षा परंपरागत सब्जेक्टिव टाइप परीक्षा है, जिसमें आपको हाथ से उत्तर लिखने होंगे। इसलिए अगर आप मेन परीक्षा में भी सफल होना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप प्रिलिम्स स्तर से ही अपनी राइटिंग स्किल में निखार लाना शुरू कर दें। 

अखबार पढ़ना शुरु करें 
आईएएस परीक्षा पास करने में अखबार आपकी काफी मदद कर सकते है। इसलिए आज से आपको रोज रोज अखबार पढ़ने की आदत डालनी ही चाहिए। मगर इतना ही काफी नहीं है। आपको उन टॉपिक्स की पहचान भी होनी चाहिए, जिन पर आपको ज्यादा फोकस करना है। अखबार पढ़ना शुरू करने से पहले खुद से पूछें कि आपको क्या पढ़ना चाहिए, क्यों पढ़ना चाहिए और कहां पढ़ना चाहिए। इस प्रकार आप वही पढ़ेंगे, जो पढ़ना जरूरी है और रोज-ब-रोज आवश्यक सूचनाएं इकट्ठी करते चलेंगे।

क्वॉलिटी डिस्कशन
किसी आईएएस उम्मीदवार को अपने साथी उम्मीदवारों और टीचर्स व कोचिंग इंस्ट्रक्टर्स के साथ स्वस्थ और उच्च कोटि के डिस्कशन करते रहना चाहिए। इन चर्चाओं में किसी एक टॉपिक पर फोकस करें, उसे अलग-अलग नजरियों से देखें और अपनी बात को प्रामाणिक डेटा के आधार पर आगे बढ़ाएं। किसी टॉपिक पर अलग-अलग नजरिये सामने आने पर आप परीक्षा में अध‍िक संतुलित और परिपूर्ण उत्तर दे पाएंगे। ऐसे किसी डिस्कशन ग्रुप का सदस्य बनने से पढ़ाई के लिए प्रेरणा भी मिलती रहती है। साथ ही इससे इंटरव्यू की तैयारी में भी मदद मिलती है।

स्वस्थ जीवनशैली
'केवल काम, नहीं आराम' की नीति आईएएस की तैयारी में कारगर नहीं हो सकती। ढेर सारी किताबों के साथ खुदको कमरे में बंद करके आज तक कोई आईएएस परीक्षा क्लियर नहीं कर पाया है। आपको अपने स्वास्थ्य, मनोरंजन तथा सामाजिक जीवन पर भी ध्यान देना चाहिए। योग, ध्यान या फिर रनिंग, स्पोर्ट्स आदि के लिए रोज समय जरूर निकालें। पौष्टिक भोजन और रोज कम से कम 8 घंटे की नींद लें। परिवार के साथ तो समय बिताएं ही, ऐसे दोस्त भी बनाएं जिनके लक्ष्य आपसे मिलते-जुलते हों। इससे आपका फोकस बना रहेगा और आपको प्रेरणा मिलती रहेगी।

समर्पण
आईएएस परीक्षा में सफलता का सफर बहुत लंबा और मुश्किल है। आपकी प्रतिबद्धता ही इस सफर को पूरा करने में आपके काम आएगी। आपके सामने ऐसी कई चुनौतियां और समस्याएं आएंगीं। कई लोग आईएएस की तैयारी में 5 से 7 साल लगा देने का बाद सामाजिक दबाव या फिर लगातार नाकामी के चलते हार लेते है , लेकिन निराश होने की बजाए मुश्किलों से लड़े और अपने लक्ष्य की और आगे बढ़ते रहे। इसके लिए जरूरी है कि आपको खुद पर विश्वास हो और अपने लक्ष्य के प्रति आपमें समर्पण हो।


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