खेती के लिए इस शख्स ने छोड़ी 2 लाख महीने की नौकरी, आज कमाता है करोड़ों

Saturday, Sep 16, 2017 - 03:19 PM (IST)

नई दिल्ली : आज की दुनिया में जहां हर कोई डॉक्टर,इंजीनियर बनने की दौड़ में लगा हुआ है।करियर बनाने और जल्द सेटल होने के लिए युवाओं को प्राथमिकता होती है कि वह जल्द से जल्द एक अच्छी सैलरी वाली जॉब ढूंढ कर लग्जरियस लाइफ जिएं। कोई भी खेती में अपना करियर बनाने की बात नहीं सोचता । लेकिन कई लोेग एेसे होते है जिन्हें शुरु से ही कुछ अलग करने की चाह होती है। एक ऐसा ही शख्स है,जिसने 24 लाख सालाना पैकेज वाली नौकरी छोड़कर गांव में खेती करना शुरू किया। एक साल बाद इस शख्स ने एग्री कंपनी भी शुरू की जिसका सालाना टर्नओवर 2 करोड़ रुपए है। यह  हैं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के मेधपर गांव के सचिन काले। आइए जानते हैं 2 लाख महीने की नौकर छोड़कर सचिन कैसी खेती की ओर आए

दादा की बातों से सचिन को मिली प्रेरणा
पढ़ाई के दौरान दादाजी की कही गई एक बात सचिन काले को हमेशा याद रहती है। ताउम्र सरकारी नौकरी करने वाले बसंत राव काले ने सचिन से एक बार कहा था। पैसे के बिना तो आप जिंदा रह सकते हैं,लेकिन बिना भोजन के नहीं। उन्होंने कहा था कि यदि आप खुद का पेट भरने के लिए फसल उगाना जानते हैं तो हालात कितने भी खराब क्यों न हो आप जिंदा रह सकते हैं। अपने दादा के इन्हीं बातों से मिली प्रेरणा से प्रेरित होकर सचिन ने विरासत में मिली 25 एकड़ जमीन को एक एग्रीफर्म में बदल दिया।

2 लाख रुपए महीने की नौकरी छोड़ शुरू किया खेती
छत्तीसगढ़ के रहने वाले सचिन काले ने 2013 में नौकरी छोड़कर खेती करना शुरू किया। सचिन ने जब नौकरी छोड़ी उस वक्त उन्हें हर महीने 2 लाख और साल में करीब 24 लाख रुपए का पैकेज मिलता था। उस समय काले पुंजलॉयड कंपनी में थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद सचिन ने करीब 13 साल तक जॉब की।



 

सचिन ने 25 एकड़ जमीन से की खेती की शुरुआत
सचिन काले ने शुरुआत में अपनी 25 एकड़ की जमीन पर सीजनल सब्जी और धान की खेती शुरू की। कुछ दिन खेती पर फोकस करने के बाद उन्हें मजदूरों की समस्या से जूझना पड़ा। सचिन को लगा कि अगर वे उन्हें उतना पैसा देंगे, जिसके लिए वे बाहर जाते हैं तो मजदूर बाहर नहीं जाएंगे और उनकी खेती का काम भी हो जाएगा। सचिन की योजना काम आई और लोग उनसे जुड़ने लगे।

2014 में शुरू की एग्रीलाइफ सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड
सचिन ने कॉन्ट्रैक्ट पर खेती करने के बारे में काफी रिसर्च की और 2014 में खुद की कंपनी इनोवेटिव एग्रीलाइफ सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड शुरू कर दी। यह कंपनी किसानों को कॉन्ट्रैक्ट खेती करने में मदद करती है। सचिन ने प्रोफेशनल तरीके से खेती के जानकारों को नौकरी दी और उन्हें ट्रेनिंग देकर अपना कारोबार बढ़ाना शुरू कर दिया। सचिन काले की कंपनी का सालाना टर्नओवर करीब 2 करोड़ रुपए है।

160 किसानों की 200 एकड़ जमीन पर खेती
सचिन की कॉन्ट्रैक्ट खेती को देखकर किसान आकर्षित हुए और अपनी खेती में उन्हें पार्टनर भी बनाने लगे। आज सचिन की कंपनी करीब 160 किसानों की 200 से ज्यादा एकड़ जमीन पर खेती करती है। सचिन अगर चाहते तो किसानों के खेती की जमीन खुद खरीद सकते थे,लेकिन उनका मानना था कि इससे किसान कहीं का नहीं रह जाएगा। सचिन के इस प्रयास से किसानों को फायदा होने लगा है और इलाके में किसानों की फसल का न्यूनतम मूल्य भी निर्धारित हो गई है



 

डॉक्टर या इंजीनियर बनाना चाहते थे पिता
एक आम पिता की तरह ही सचिन काले के पिता भी चाहते थे कि उनका बेटा एक डॉक्टर या इंजीनियर बने। सचिन ने अपने पिता के सपने को पूरा भी किया और आरईसी नागपुर (वीआरसी) इंजीनियरिंग कॉलेज से मेकैनिकल इंजीरियरिंग, एमबीए फाइनेंस, लॉ की पढ़ाई की। इसके बाद डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में पीएचडी करने के बाद पुंजलॉयड कंपनी में जॉब किया।

सचिन के काम को मिला सम्मान 
सचिन के इस अनूठे प्रयास से जहां छत्तीसगढ़ के किसानों को फायदा मिला और वे खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री रमन सिहं ने सचिन काले को उनके सराहनीय और बेहतर कार्य के लिए उत्कृष्ट कृषक पुरस्कार से सम्मानित भी किया है। 

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