ये है मोदी के एग्जाम की टेंशन को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

Friday, Feb 16, 2018 - 01:25 PM (IST)

नई दिल्ली : बोर्ड परीक्षाएं शुरु होने में कुछ ही समय बाकी है और स्टूडेंट्स के मन में लगा कर एग्जाम की तैयारी करने में जुटे है। आमतौर पर परीक्षाओं को लेकर बबुत सारे स्टूडेट्स तनाव में रहते है। विद्यार्थियों के मन से परीक्षाओं का डर निकालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी प्रयास कर रहे है। आज प्रधानमंत्री मोदी बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों के साथ परीक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा कर रहें है। इस दौरान पीएम मोदी छात्रों के सवालों का जवाब भी देंगे।

स्टूडेंट्स को एग्जाम के डर को दूर करने के लिए कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्टूडेंट्स के लिए लिखी एक किताब 'एग्जाम वॉरियर्स' लॉन्च की गई थी । इस किताब में  एग्जाम की टेंशन को दूर करने के लिए टिप्स दिए गए हैं। आइए जानते है इस किताब में दिए गए टिप्स के बारे में 

किताब में स्टूडेंट्स को तनाव से बचने और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ाने के टिप्स दिए हैं। किताब में बताया गया है कि कैसे  स्टूडेंट्स  नंबर के पीछे न भागकर पूरा फोकस पढ़ाई पर करें।

25 मंत्रों वाली इस किताब में लिखा है 'एग्जाम त्योहार की तरह इन्हें सेलिब्रेट करें। वहीं स्टूडेंट्स पहले खुद को पहचाने और अपनी ताकत को समझें।साथ ही उन्होंने लिखा किसी को धोखा देना सबसे सस्ता काम है। अभी तुम्हारा समय है। अपने समय का भरपूर उपयोग करें। 

उन्होंने लिखा है कि अगर स्टूडेंट्स चाहते हैं कि वह परीक्षा में सफल हो, इसके लिए खुद अपना 24 घंटों का टाइम-टेबल सेट करें, साथ ही उन्हें फॉलो भी करें। 

किताब में लिखा है,जीवन हो या एग्जाम एक अच्छी प्रेजेंटेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, इसलिए स्टूडेंट्स प्रेजेंटेशन पर फोकस करें। 

मोदी ने ना सिर्फ स्टूडेंट्स के लिए टिप्स दिए है, बल्कि उन्होंने माता-पिता को सलाह देते हुए लिखा है कि वह "उम्मीद के बजाय हमेशा स्वीकार करें"। बच्चे से हमेशा उम्मीद लगाना गलत है। उन्हें वह करने दें जो वह चाहते हैं। जिनमें उन्हें खुशी मिलती है। उन्होंने माता पिता से कहा कि स्टूडेंट्स को बताएं कि अगर वह जीवन में कुछ करना चाहते हैं तो वह खुद के लिए संघर्ष करें और अपने लिए मौके बनाएं।

मोदी ने एग्जाम की तैयारियों के अलावा ये भी बताया गया है कि  स्टूडेंट्स का खेलना, नींद लेना और घूमना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना पढ़ाई करना। 

Advertising