रिज्यूम में जरूर करें ये सुधार,बढ़ जाएंगे नौकरी मिलने के चांसेज

Wednesday, Jan 24, 2018 - 04:35 PM (IST)

नई दिल्ली : जब भी आप किसी जगह इटंरव्यू के लिए जाते है तो आपका रिज्यूम ही आपकी पहचान होता है । इटंरव्यूअर रिज्यूम पढ़कर ही आपके पहुंचने से पहले आपके बारे में काफी कुछजान चुका होता है। आमतौर पर कोई भी हायरिंग मैनेजर्स  6 सेकेंड में ही आपका रिज्यूम देखने के बाद ये फैसला कर लेता है कि आप उस जॉब के लिए फिट है या नहीं। आपके रिज्यूम में दी गई जानकारी के हिसाब से ही इटंरव्यू में आपसे सवाल किए जाते है। अगर आपने उसमें बहुत कुछ बढ़ा चढ़ाकर लिख दिया है तो हाथ आती हुई नौकरी भी जा सकती है। आइए जानते है रिज्यूम बनाने के दौरान ध्यान में रखी जाने वाली कुछ बातों के बारे में जो नौकरी दिलवाने में आपकी सहायता कर सकती है और आपको नौकरी मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती है 

नंबर पर फोकस करें
मेरे पास बहुत सारी जिम्मेदारियां थीं। मेरे ऊपर कॉस्ट कम करने की जिम्मेदारी थी। ये सब लिखने की बजाए सीधे स्टोरी बताएं कि मैंने कॉस्ट को 15 फीसदी कम कर दिया। मैंने तीन महीने में कुल 10 लाख रुपए बचाए और ऐसे बचाएं। इस तरह से आपकी स्किल को समझने में ज्यादा आसानी होगी। अगर आपने कोई टारगेट 100 फीसदी से ज्यादा अचीव किया है तो उसे साफ शब्दों में लिखें कि मेरे पास ये टारगेट था और मैंने इतने फीसदी अचीव कर लिया। शब्दों की बजाएं अंकों का इस्तेमाल करें।

पुरानी कहानियां ना लिखें
आपने अपने स्कूल में क्या अचीव किया है इस बात से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता अगर आप फ्रेशर हैं तो कॉलेज के किसी अचीवमेंट को मेंशन कर सकते हैं लेकिन आपको जॉब करते लंबा वक्त हो गया तो ऐसे में स्कूल और कॉलेज के अचीवमेंट का जिक्र करना बहुत समझदारी वाली बात नहीं है, क्योंकि आपके एम्पलॉयर को अब ये देखना है कि इतने साल की नौकरी में आपने क्या अचीव किया। नौकरी के दौरान अलग से आपने कुछ अचीव किया है तो उसे भी मेंशन करें।

एक तिहाई हिस्से में लिखें खास बातें 
हायरिंग मैनेजर आपका रिज्यूमे ऊपर से नीचे की ओर देखना शुरू करेगा। इसलिए ये बेहद जरूरी है कि आपके करियर का सबसे जरूरी हिस्सा ऊपरी हिस्से में लिखा हो। ऊपर के एक तिहाई हिस्से में आप सबसे जरूरी स्किल्स और अचीवमेंट्स को मेंशन करें। ऊपर के हिस्से में आपके नाम और कॉन्टेक्ट डिटेल के साथ आपके अचीवमेंट्स, आपकी खास स्किल्स और जिस जॉब में आप फिलहाल हैं उसके एलीमेंट्स लिखें।

पीडीएफ फॉरमेट में भेजे रिज्यूम 
अगर आप अभी भी अपना रिज्यूमे वर्ल्ड फॉरमेट में भेज रहे हैं तो ऐसा करना बंद कर दें। जो आपका सीवी पढ़ रहा है उसकी सहूलियत का ध्यान रखें। इसके लिए आप सबसे पहले तो अपना सीवी पीडीएफ फॉरमेट में भेजने की आदत डालें। इसके बाद अपने हर जॉब एक्सपीरिएंस की हेडलाइन को बोल्ड करें। अगर आपका सीवी एक से अधिक पेज में बना है तो ये ध्यान रखें कि आखिरी पेज का कम से कम एक तिहाई हिस्सा भरा हुआ हो।

सीरियस लुक दें
मैं बहुत मेहनती हूं, मैं बहुत लगन से काम करता हूं। इन सब बातों की आपके रिज्यूमे में अब कोई जगह नहीं होनी चाहिए। अगर आपके सीवी में स्पेलिंग की गलतियां हैं तो इससे ये मैसेज जाता है कि आप सीरियस नहीं है। दूसरी बात- कई ऐसी गलतियां होती हैं या गैर वाजिब लाइनें होती हैं जो आप जोश जोश में लिख देते हैं। कोई दूसरा समझदार शख्स जब आपके सीवी को पढ़ेगा तो उसे सही ढंग से एडिट कर देगा।

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