अंधकार में है यहां के बच्चों का भविष्य, पढ़ें क्या हैं वजह

Tuesday, Aug 22, 2017 - 10:29 AM (IST)

चम्बा: हिमाचल प्रदेश में ग्राम पंचायत कुठेड़ के दायरे में आने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अध्यापकों की कमी के चलते जरूरी विषयों की शिक्षा ग्रहण करने में बच्चों को परेशानी पेश आ रही है। स्कूल में रिक्त चल रहे अध्यापकों के पदों को शीघ्र नहीं भरा गया तो इसका असर यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे 210 बच्चों के भविष्य पर पड़ेगा। सोमवार को डी.सी. चम्बा से मिले स्कूल प्रबंधन समिति धुलाड़ा के प्रतिनिधिमंडल ने मांग पत्र सौंपते हुए यह बात कही। स्कूल प्रबंधन समिति धुलाड़ा की अध्यक्ष अंजू देवी ने बताया कि उनके स्कूल में पिछले 2 वर्षों से गणित विषय पढ़ाने वाले अध्यापक यानी टी.जी.टी. नॉन-मैडीकल का पद रिक्त चला हुआ है तो साथ ही लंबे समय से एल.टी. व पी.ई.टी. अध्यापक के पद भी खाली चले हुए हैं।

स्कूल में कार्यालय कार्य को अंजाम देने में भी स्कूल प्रबंधन को परेशानी पेश आ रही है क्योंकि यहां पर लिपिक का पद भी रिक्त पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे में जहां स्कूल की शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है तो साथ ही कार्यालय के कार्य भी समय पर पूरा करने में प्रबंधन को परेशानी पेश आ रही है। एस.एम.सी. अध्यक्ष ने कहा कि अफसोस की बात है कि एक तरफ तो सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा सुविधा देने के दावे करती है तो दूसरी तरफ अध्यापकों की कमी को दूर करने में वह नाकाम है। समिति ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वह इस स्कूल में रिक्त चल रहे सभी पदों को शीघ्र भरने के लिए शिक्षा विभाग को निर्देश जारी करे। इस प्रतिनिधिमंडल में समिति सदस्य पूजा कुमारी, बजरो राम, अहिल्या देवी, आतो राम, बशीर व रीना शामिल रहे।


 

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