समाज का शिल्पकार होता है शिक्षक : सिसौदिया

punjabkesari.in Monday, Oct 22, 2018 - 04:40 PM (IST)

नई दिल्ली : माता-पिता बच्चे को जन्म देते हैं, उनका स्थान कोई नहीं ले सकता है लेकिन शिक्षकों को भारतीय संस्कृति में मां-पिता के बराबर का दर्जा दिया गया है। क्योंकि शिक्षक समाज में रहने योग्य छात्रों को बनाता है। 

 

सही मायने में शिक्षक समाज का शिल्पकार होता है। उक्त बातें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नेशनल ह्यूमन वेलफेयर काउंसिल की ओर से रविवार को प्रेस क्लब में आयोजित इंडियाज ग्रेट लीडर्स फेस्टिवल 2018 के दौरान कहीं। कार्यक्रम में स्वस्थ समाज के महत्व पर भी चर्चा की गई। फेस्टिवल में टॉक समिट का आयोजन किया है।  इस अवसर पर दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री योगानंद शास्त्री भी उपस्थित थे। 

 

उन्होंने कहा कि शिक्षक का संबंध केवल छात्र को शिक्षा देने तक ही सीमित नहीं रहता बल्कि वह उसे हर मोड़ पर राह दिखाता है और छात्र के मन में उमड़े हर सवाल का जवाब देता है। जिससे छात्र सही सुझाव के साथ जीवन में आगे बढ़ता जाता है। इस दौरान शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन योगदान के लिए डॉ. संजीव शर्मा और समाजसेवा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के कोरबा निवासी विशाल केलकर को सम्मानित किया गया।


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pooja

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