‘प्रिंसिपल साहिबा बचा लीजिए करियर’

Thursday, Aug 23, 2018 - 09:58 AM (IST)

नई दिल्ली: प्रिंसिपिल साहिबा बचा लीजिए करियर, अपने ही स्कूल में प्रवेश नहीं मिला तो फिर हम कहां   जाएंगे। यह दर्द एक दो छात्राओं का नहीं बल्कि पूरी 160 छात्राओं का है, जो आए दिन  गोकुलपुरी के  सर्वोदय कन्या विद्यालय में प्रिसिंपल रूम में गिड़गिड़ाती दिख जाएंगी। यह अलग बात है कि कालेज के रोज चक्कर लगा रहीं इन छात्राओं को कभी नियमों की  दुहाई दी जाती है तो कभी डांट फटकार कर मुंह बंद करा दिया जाता है। 

 

यहां बता दें कि  8 अगस्त को दसवीं बोर्ड कंपार्टमेंट परिणाम आया है। जिनमें गोकुलपुरी गांव स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय (एसकेवी) स्कूल की लगभग 160 छात्राएं पास नहीं हो पाई और उनको री-कंपार्टमेंट दे दिया गया है। लेकिन यह छात्राएं  दोबारा कंपार्टमेंट का पेपर देना नहीं चाहती है। वो स्कूल में दोबारा दसवीं कक्षा में दाखिला लेना चाहती हैं। वहीं स्कूल की प्रधानाचार्य सुमनलता शर्मा ने दाखिला लेने से माना कर दिया है। सोशल ज्यूरिस्ट और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अशोक अग्रवाल का कहना है कि इस तरह के कई मामले उनके सामने आए हैं।

 

जहां पर छात्र-छात्राएं री-कंपार्टमेंट की परीक्षा देना नहीं चाहती हैं और वो स्कूल में दोबारा दसवी की कक्षा में दाखिला लेना चाहते। किंतु उन्हें स्कूल दाखिला देने से इंकार कर रहा है,जोकि दिल्ली स्कूल एजुकेशन एक्ट 1973 व दिल्ली स्कूल एजुकेशन रूल्स 1973 के नियम 138 का उल्लंघन है। उन्होंने बताया कि इस तरह के मामले को लेकर अब तक उनके पास लगभग 800 छात्रों की शिकायत आ चुकी है।  गोकुलपूरी स्थित एसकेवी स्कूल ने दाखिला देने से साफ इंकार कर दिया है। इसे लेकर वह अब कोर्ट का दरवाजा खटकाने पर विचार कर रहे हैं। यहां बता दें कि इस बार दसवीं की परीक्षा में लगभग 42 हजार छात्र-छात्राओं ने कंपार्टमेंट का परीक्षा दिया है। ऐसे में इनमें से कई छात्र-छात्राओं रि-कंपार्टमेंट आई है।  छात्रा सुमन का कहना है कि रि-कंपार्टमेंट की जगह हमें फेल कर दिया जाए तो हमारे भविष्य के लिए वह ज्यादा अच्छा होगा। रि-कंपार्टमेंट की वजह से हम कही के भी नहीं रहते है। 

pooja

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