युवा पीढ़ी को आकर्षित कर रहा है  टीचिंग फील्ड

Wednesday, Feb 20, 2019 - 12:10 PM (IST)

एजुकेश डेस्कः वर्तमान में जहां टीचिंग जॉब एक तरफ सम्माननीय है, वहीं टीचिंग जॉब में वेतन का भुगतान भी लाखों में किया जाता है। यही कारण है कि टीचिंग फील्ड अब युवा पीढ़ी को और अधिक आकर्षित कर रहा है। गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया के मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय द्वारा विभिन्न स्कूल संगठनों का संचालन किया जाता है। भारत सरकार द्वारा इन संगठनों को पूर्ण रूप से वित्तपोषण भी किया जाता है। इनमे केन्द्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति या जवाहर नवोदय विद्यालय समिति (JNV), आर्मी स्कूल, (आर्मी एजुकेशन वेलफेयर सोसाइटी) एवं अन्य केन्द्रीय संगठन जैसे रेलवे स्कूल आदि हैं।

इन स्कूलों केन्द्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति या जवाहर नवोदय विद्यालय समिति (JNV), आर्मी स्कूल, (आर्मी एजुकेशन वेलफेयर सोसाइटी) में अध्ययन-अध्यापन के लिए पीजीटी / टीजीटी/ पीआरटी टीचर्स के अलावा नॉन टचिंग स्टाफ की भी भर्ती की जाती है। यहां हम बात करेंगे 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने के बाद केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत पीजीटी / टीजीटी/ पीआरटी टीचर्स की सैलरी और स्ट्रक्चर के बारे में। 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने के बाद प्रिंसीपल पदों का पे स्केल रु. 78,800 - 2,09200 है। इन पदों के लिए आवेदक की अधिकतम आयु सीमा 50 वर्ष तक है।

पीजीटी / टीजीटी/ पीआरटी टीचर्स के पदों पर नियुक्ति के लिए सम्बंधित संस्था या आयोग द्वारा लिखित एग्जाम का आयोजन किया जाता है। लिखित एग्जाम में सफल होने वाले आवेदकों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इसके बाद दोनों चरणों में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयारी की जाती है।

 

इन संगठनों में प्रमुख रूप से पीजीटी / टीजीटी / पीआरटी टीचर्स की नियुक्ति समय-समय पर आवश्यकता के अनुरूप विभिन्न विषयों के लिए की जाती है। इसके आलावा नॉन-टीचिंग स्टाफ भी नियुक्त किया जाता है।  
 

Sonia Goswami

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