पेपरों में ऐसे चल रहा था नकल का खेल, पढ़े पूरी खबर

Saturday, Oct 22, 2016 - 11:57 AM (IST)

नई दिल्ली : प्रदेश सरकार परीक्षा में नकल रोकने के चाहे लाख दावे कर रही हो, लेकिन उसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला है यूपी के देवरिया जिले के पिपरापूरन स्थित प्राथमिक विद्यालय में जहां शिक्षक बच्चों को नकल करा रहे हैं। हैरत ये है कि शिक्षक खुद ही सवालों के जवाब बोलकर सामूहिक तौर पर नकल करा रहे हैं। नकल करने वाले बच्चों को रोकने वाला यहां कोई नहीं, न तो प्रशासन के लोग और न ही कोई शिक्षक हैं।

जानकारी के मुताबिक प्राथमिक विद्यालय में टीचर ही बच्चों को परीक्षा पास करने के लिए नकल का रास्ता दिखाते मिले हैं। यहां 5वीं क्लास की मैथ्स परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र तो दिया गया। लेकिन प्रश्नपत्र के पीछे ही सवालों के जवाब भी लिखे हुए थे। वहीं दूसरी ओर चौथी क्लास का नजारा तो और भी गजब था। यहां ब्लैकबोर्ड पर सवालों के साथ उनके जवाब भी लिखे हुए थे। 5वीं के एक बच्चे ने बताया कि उसे पर्चा मैडम ने दिया है जिसमें एक तरफ प्रश्न हैं और दूसरी तरफ उनके हल हैं।

मुख्य अध्यापिका नहीं दे सकी सफाई-
इस मामले पर जब विद्यालय की मुख्य अध्यापिका ज्ञान्ती से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र तो उन्होंने दिया है लेकिन उसे हल नहीं किया। हालांकि सहायक अध्यापक मनोरमा ने बच्चों को नकल कराए जाने की बात मानी। मनोरमा के मुताबिक सवाल छोटे बच्चों के हिसाब से मुश्किल हैं और उन्हें पास कराना भी जरूरी है।

यह सारा प्रकरण देवरिया के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार की जानकारी मे लाया गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच कराने के बाद मुख्य अध्यापक और सहायक अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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