इन फील्ड्स में बनाएं  करियर मिलेगी 5 लाखों तक सैलरी

Saturday, Feb 10, 2018 - 12:46 PM (IST)

नई दिल्ली : आज कल युवाओं अपने करियर को लेकर बहुत सजग हो गए है। पहले की तरह वह दूसरों की देख कर अपना करियर का चुनाव नहीं करते बल्कि करियर के चुनाव से पहले वह काफी सोच विचार करते है। इसके साथ ही युवाअों के पास करियर के कई सारे विकल्प भी मौजूद है। पहले युवा ज्यादातर डॉक्टर या इंजीनियर बनने की सोचते थे, लेकिन बढ़ते करियर विकल्पों ने युवाओं कई सारे नए रास्ते खोल दिए है।  आइए जानते है एेसे ही कुछ नए करियर विकल्पों के बारे में 

टी टेस्टिंग 
आप अपनी सुबह की चाय के बारे में शायद एक राज की बात नहीं जानते हैं। आपकी मनपसंद चाय का स्वाद बढ़ाने के लिए चाय की पत्ती बनाने वाली कंपनियां लंबे समय से पेशेवर टी टेस्टरों की सेवाएं लेती आ रही हैं। ये टी टेस्टर चाय की पत्ती के स्वाद, उसकी क्वालिटी और तैयारी को जांचने के लिए पेशेवरों को नौकरी पर रखती हैं। बेंगलुरू के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट अपने सर्टिफिकेट प्रोग्राम के तहत चाय के बिजनेस मैनेजमेंट, मार्केट इन्फॉर्मेशन, टी टेस्टिंग की तकनीक और उसके तरीकों के बारे में अध्ययन कराता है। यह कोर्स टी बोर्ड ऑफ इंडिया और वाणिज्य मंत्रालय के सहयोग से कराया जाता है। टी उद्योग भी इस कोर्स को मान्यता देता है। इंस्टीट्यूट में टी टेस्टिंग की आधुनिक प्रयोगशाला मौजूद है, साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टी टेस्टिंग यूनिट के विशेषज्ञ स्टूडेंट्स को टी टेस्टिंग की तकनीक के बारे में शिक्षा देते हैं। स्टूडेंट्स को चाय को लेकर बाजार की जानकारी, मौकों और उसकी खपत के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है। 

नौकरी के मौके
कोर्स करने वाले ग्रेजुएट भारतीय और अंतरराष्ट्रीय चाय कंपनियों के अलावा चाय के खरीदारों के यहां भी नौकरियां पा सकते हैं। बेवरेज कंपनियां और चाय के बागान भी नौकरी के लिए अच्छी जगहें हैं। 

वेतन
शुरुआती वेतन सालाना 3 लाख रु. से 5 लाख रु. तक हो सकता है। 

स्प्रिचुअल थियोलॉजी
आध्यात्मिकता, जो साइंस, आर्ट और आस्था पर आधारित अलग किस्म का अध्ययन है, बहुत से लोगों के लिए हैरान करने वाला विषय है, पर जो स्टुडेंट्स आध्यात्मिकता में दिलचस्पी रखते हैं, वे बेंगलूरू के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्प्रिचुअलिटी से डिप्लोमा कर सकते हैं। इस कोर्स में स्टुडेंट्स को पूरब और पश्चिम की आध्यात्मिकता के बारे में जानकारी दी जाती है।  इसमें मनोविज्ञान, चर्च के उपदेश, यूथ एनिमेशन और सिविल लॉ के बारे में अध्ययन कराया जाता है। छात्रों को वैज्ञानिक विधिशास्त्र पर आधारित शोध निबंध तैयार करना होता है। उन्हें आश्रम के जीवन, अलग-अलग धर्मों के कार्यक्रमों और प्रार्थना सभाओं में हिस्सा लेना होता है । 

नौकरी के मौके
इसके ग्रेजुएट आध्यात्मिक परामर्शदाता के रूप में काम कर सकते हैं। समाज सेवा में रुचि रखने वाले स्कूल में बच्चों को या घरों में बड़ी उम्र के लोगों को आध्यात्मिक सलाह या उपदेश दे सकते हैं। 

वेतन
आध्यात्मिक कंसल्टेंट 18,000 से 25,000 रुपये मासिक वेतन पा सकते हैं।

फुटबॉल इंडस्ट्रीज में एमबीए
यूनिवर्सिटी ऑफ लीवरपूल विश्व में एकमात्र यूनिवर्सिटी है जो फुटबॉल इंडस्ट्रीज में एमबीए की डिग्री देती है। इस कोर्स का लक्ष्य स्टूडेंट्स को आधुनिक स्पोर्ट्स इंडस्ट्री में मैनेजमेंट की नौकरी के लिए जरूरी योग्यता उपलब्ध कराना है। फुटबॉल मैनेजमेंट में बिजनेस के सिद्धांतों को लागू करके स्टूडेंट बिल्कुल अलग तरह से मैनेजमेंट थियोरी को समझने लगते हैं ।इसके तहत प्रैक्टिकल वोकेशनल ट्रेनिंग भी दी जाती है, जिससे स्टूडेंट्स में कम्युनिकेशन और लीडरशिप की योग्यता विकसित होती है ताकि वे पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय फुटबॉल के खेल में मैनेजर के तौर पर अपना करियर बना सकें। यह यूनिवर्सिटी यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशनों और कई सारे फुटबॉल क्लबों जैसे संगठनों के साथ कार्य-आधारित प्रोजेक्ट करती है।यहां कोर्स के दौरान इन संस्थानों से अतिथि वक्ता आते हैं और स्टूडेंट्स को अपने अनुभवों और जानकारियों से रू-ब-रू कराते हैं। 

नौकरी के मौके
इस कोर्स के ग्रेजुएट फुटबॉल क्लबों और विभिन्न लीग में मैनेजर की नौकरी पा सकते हैं और अपने ज्ञान को फुटबॉल के मैदान में लागू कर सकते हैं।

वेतन 
अलग-अलग क्लबों में वेतन भी अलग-अलग हो सकता है। फिर भी शुरुआती वेतन सालाना 20,000 पौंड से लेकर 25,000 पौंड तक हो सकता है। 

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