Success Story: इंजीनियर की नौकरी छोड़ IAS बने शख्स ने बताई तैयारी की रणनीति

Saturday, Nov 30, 2019 - 12:01 PM (IST)

नई दिल्ली: हर एक इंसान जिंदगी में मुश्किलों से जूझते हुए किसी न किसी दिन सफलता हासिल करता है। एक ऐसी ही कहानी की बात करने जा रहे है जिसने कड़ी मेहनत के दम पर छत्तीसगढ़ के वर्णित ने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली है। यूपीएससी की ओर से हर वर्ष आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा देश की चुनौतिपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। देश के कई युवा बचपन से इस परीक्षा को पास कर IAS बनने का सपना संजोते हैं।   

नौकरी छोड़ बने IAS

आज एक ऐसे शख्स से रूबरू करवाते है जो 2018 में यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल कर IAS बने, मिलिए वर्णित नेगी से। वर्णित ने अच्छी खासी नौकरी छोड़कर आईएएस की तैयारी शुरू की। आईएएस की तैयारी करने से पहले भी वर्णित पॉवर ग्रिड कार्पोरेशन में बतौर इंजीनियर कार्यरत थे। 

पढ़ाई और करियर

वर्णित छत्तीसगढ़ के जशपुर से हैं। वहीं से प्राइमरी एजुकेशन ली, इसके बाद बिलासपुर में डीएवी पब्लिक स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई की। 11वीं और 12वीं कोटा राजस्थान से की। इसके बाद एनआईटी से सिविल इंजीनियरिंग कर पॉवर ग्रिड कार्पोरेशन में इंजीनियर की नौकरी हासिल की। नौकरी भी कर रहे थे और आईएएस बनने का ख्वाब भी मन ही मन पल रहा था फिर हिम्मत कर मार्च 2016 में नौकरी से इस्तीफा देकर तैयारी शुरू की। 

पहली बार में रहे असफल 

पहले अटेंप्ट में वर्णित का मेन एग्जाम क्लीयर नहीं हुआ, दूसरी बार में 504वीं रैंक आई। इस रैंक के मुताबिक उन्हें असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स का पद दिया गया लेकिन वे पद से संतुष्ट नहीं हुए। फिर से उन्होंने एग्जाम की तैयारी की और तीसरे अटेंप्ट में 13वीं रैंक हासिल हुई। कामयाबी पा चुके वर्णित ने अपना तजुर्बे से ऐसी बहुत सी बातें बताईं जिन्हें तैयारी करने वाले कैंडीडेट्स टिप्स के तौर पर ले सकते हैं। 

इन टिप्स की मदद से करें एग्जाम की तैयारी 

1. यूपीएससी की तैयारी के लिए हमें सोशल मीडिया से बाहर आना होता है-तैयारी के दौरान लोगों से कटकर रहते हैं। फेमिली का मानसिक रूप से सहयोग सबसे ज्यादा जरूरी है। 
2. यूपीएससी की तैयारी में सिर्फ हार्डवर्क नहीं स्मार्ट हार्डवर्क चाहिए। स्मार्टली तैयारी के साथ धैर्य और निरंतरता भी जरूरी है। तैयारी के दौरान मन के हिसाब से चलें। 
3. पढ़ाई का मन हो तो बहुत कुछ पढ़ा जा सकता है। कैंडिडेट्स याद रखें ये बहुत टफ कम्पटीशन है इसमें आईआईटी, मेडिकल और सीए के टॉपर्स आते हैं। 
4. परीक्षा के दौरान टॉपिक देखकर रीकॉल कर सकते हैं जबकि मेन्स में सारे टॉपिक खुद रीकॉल करने पड़ते हैं। तैयारी साथ में हो सकती है लेकिन हमें स्मार्टली याद रखें किन टॉपिक्स को कैसे तैयार करना है। 

Riya bawa

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