Success Story: Google की नौकरी छोड़ IAS बने शख्स ने किया UPSC में टॉप, जानें EXAM टिप्स

Friday, Nov 08, 2019 - 10:49 AM (IST)

नई दिल्ली: कुछ के सपने साकार हो जाते हैं, तो कुछ उसे सच करने की कोशिश में लगे रहते हैं। बहुत से उम्मीदवार अपना ख्वाब पूरा करने के लिए वर्षों तैयारी करते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो पहले ही प्रयास में और बेहद कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल कर लेते हैं। इन्हीं होनहारों में से एक हैं तेलंगाना के अनुदीप डुरीशेट्टी। अनुदीप ने साल 2013 में 790 रैंक हासिल की।

अनुदीप ने गूगल जैसी कंपनी में शानदार पैकेज की जॉब छोड़कर उन्‍होंने न केवल सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया बल्‍कि चार प्रयास में असफल होने के बावजूद हिम्‍मत नहीं हारे। आखिरी या पांचवे प्रयास में देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन मानी जाने वाली संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में देश भर में टॉप किया है।

जानें कैसा रहा IAS अफसर बनने का सफर

1. पारिवारिक जीवन
अनुदीप तेलंगाना के जगितल जिले में स्थित मेटपल्ली के रहने वाले हैं। उन्‍होंने पिलानी के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज से बीटेक किया है। इलेक्टॉनिक्स एंड इंस्ट्रुमेंटेशन से बीटेक करने वाले अनुदीप की जिंदगी में साल 2011 में टर्निंग प्‍वाइंट बनकर आया।

इस साल गूगल में नौकरी मिल गई। अनुदीप गूगल जैसी कंपनी में जॉब पाकर बेहद खुश थे, लेकिन कहीं न कहीं दिलो-दिमाग तो कुछ और, वो सिविल सर्विस एग्‍जाम की परीक्षा क्लियर करना चाहते थे।  

2. जॉब के संग-संग पढ़ाई
अनुदीप ने एक इंटरव्‍यू में बताया कि जॉब के साथ-साथ पढ़ाई करना आसान नहीं था, लेकिन फिर भी मैं जैसे-तैसे समय निकालता था। अक्‍सर देर शाम या फिर वीक ऑफ में ज्‍यादा से ज्‍यादा कोर्स कवर करने की कोशिश करता था।

3. दूसरे प्रयास में मिली सफलता
अनुदीप ने दूसरे प्रयास में सफलता मिली, सेल्‍फी स्‍टडी के दम पर अनुदीप ने साल 2013 में 790 रैंक हासिल की है। इसके तहत उन्‍हें IRS में सेलेक्‍शन हो गया। उन्‍हें असिस्‍टेंट कमिश्‍नर रैंक हासिल हुई। उन्‍होंने हैदराबाद में बतौर असिस्‍टेंट कमिश्‍नर ज्‍वाइन भी कर लिया, लेकिन अनुदीप का मन अब भी नहीं भरा था, उनके भीतर आईएएस बनने का जुनून सवार था।

Riya bawa

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