Success Story: हादसे में खो दिए थे हाथ-पैर, फिर भी गुजरात के इस बेटे ने 12वीं में हासिल किए 92% मार्

Sunday, May 24, 2020 - 03:39 PM (IST)

नई दिल्ली: दुनिया में नामुमकिन कुछ भी नहीं है। कामयाबी का कोई शॉर्टकट नहीं है, लेकिन कुछ बातों का ख्याल रखा जाए तो करियर को आसानी से ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। आज एक ऐसी ही सक्सेस स्टोरी की बात करने जा रहे है जिसमें हादसे में हाथ-पैर गवांकर भी शिवम सोलंकी ने एक बार फिर अपना कारनाम कर दिखाया है। 

कहते हैं, इन्सान कोई भी जंग हाथों से नहीं बल्कि हौसले से जीतता है। 13 साल की उम्र में एक दुर्घटना में अपने हाथ और पैर गंवा चुके शिवम सोलंकी ने जिस तरह से अपनी कोहनी से लिखकर कक्षा 12 वीं बोर्ड परीक्षा दी वह अद्भुत है। शिवम सोलंकी ने गुजरात बोर्ड के 12वीं के बोर्ड एग्जाम में 92 प्रतिशत का मार्क हासिल किया है. वो साइंस स्ट्रीम के छात्र हैं।   

12वीं में हासिल किए 92% मार्क्स
10वीं की परीक्षा में 89% अंक लाने के बाद अब शिवम 12वीं बोर्ड एग्जाम में 90 का आंकड़ा पार करते हुए 92.33 प्रतिशत का स्कोर ले आए हैं।  शिवम की यह उपलब्धि इसलिए खास है क्योंकि शिवम ने कुछ साल पहले एक एक्सीडेंट में अपने दोनों हाथ और एक पैर गंवा दिए थे, लेकिन इसके बावजूद पढ़ाई और अपने करियर को लेकर जुनून के चलते उन्होंने अपनी इस बदली हुई जिंदगी में महारत हासिल कर ली है। 

2011 में हुआ दर्दनाक हादसा
साल  2011 में महज 12 साल की उम्र में उनके साथ एक दर्दनाक हादसा हुआ था वो हाई-टेंशन तार की चपेट में आ गए थे, जिसमें उन्होंने अपने दोनों हाथ और एक पैर खो दिया था हालांकि, अब शिवम ने अपनी कुहनियों से लिखना सीख लिया है। 

क्या है सफ़लता का राज 
शिवम ने बताया, 'मैं परीक्षा के लिए पूरा दिन पढ़ता रहता था. मेरे टीचरों ने मेरी सिलेबस रिवाइज़ करने में मदद की, जिसके चलते मैं 92.33% अंक ला पाया.' उन्होंने आगे कहा, 'मैं परीक्षा में पास हुए बच्चों को ये मैसेज देना चाहता हूं कि वो भविष्य में अपने लक्ष्य पाने के लिए खूब मेहनत करें.' शिवम ने कम नंबर लाने वाले छात्रों को भी खूब मेहनत करने की सलाह दी। 

Riya bawa

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