विदेशों में पढ़ाई को इच्छुक छात्रों को दस्तावेज के सत्यापन से राहत देने की पहल

Thursday, May 25, 2017 - 03:00 PM (IST)

नई दिल्ली : विदेशों में पढ़ाई करने के इच्छुक विद्यार्थियों को अब अपने दस्तावेजों के सत्यापन के लिए अलग-अलग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा क्योंकि सीबीएसई की परिणाम मंजूषा को ऑनलाइन पहल ‘ई..सनद’ से जोड़ दिया गया है और आने वाले समय में विश्वविद्यालयों के रिकार्डो को भी इससे जोडऩे के लिए पहल की जा रही है।   केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड :सीबीएसई: के अध्यक्ष आर के चतुर्वेदी ने ‘भाषा’ को बताया कि देश के सभी छात्रों की शैक्षणिक रिकॉर्ड तैयार कर उसे ऑनलाइन वेबसाइट के जरिये सभी स्कूलों से जोड़ दिया है। इस परियोजना को ‘परिणाम मंजूषा’ नाम दिया गया है। और अब इन्हें ‘ई..सनद’ से जोड़ा गया है।

उन्होंने बताया कि परिणाम मंजूषा डिजीटल मार्कशीट से आगे का चरण है। जिसमें अब कोई छात्र स्कूल बदलता है तो दूसरा स्कूल उसके पूर्व का रिकार्ड देख सकता है।  उन्होंने कहा कि सीबीएसई ने इस परियोजना के तहत तीन सुविधा दी है जिसमें सीबीएसई और उसके क्षेत्रीय कार्यालय किसी भी छात्र का बायोडाटा ऑनलाइन देख सकते हैं। उसके बाद ये सुविधा स्कूलों को भी दी गई है। वहीं कोई भी स्कूल किसी भी छात्र का ऑनलाइन पुष्टि भी इस सुविधा के तहत कर सकता है। वहीं तीसरे चरण डिजीटल लॉकर पहले से शुरू कर दिया गया है।

चतुर्वेदी ने बताया कि अभी तक 11 लाख बच्चों ने इस साफ्टवेयर का लाभ प्राप्त किया है। अभी इस प्रणाली से 2014..15, 2015..16 के रिकार्ड उपलब्ध कराये गए हैं और अब साल 2016..17 के रिकार्ड को इससे जोड़ा जायेगा । सीबीएसई की आेर से छात्रों के लिए शुरू की गई डिजिटल लॉकर प्रणाली के पंजीकरण में काफी रूचि देखी गई है। सीबीएसई ही छात्रों को डिजीटल लॉकर का परिचालन करने के लिए लॉगिन आर्डडी और पासवर्ड सृजित करती है। यह प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
 

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