अब BDS की पढ़ाई कर रहे स्टूडैंट्स कर सकेंगे MBBS

Tuesday, Jul 24, 2018 - 12:01 PM (IST)

जालंधर : देशभर में डाक्टरों की भारी कमी के चलते डैंटल काऊंसिल ऑफ इंडिया (डी.सी.आई.) द्वारा मैडीकल काऊंसिल ऑफ इंडिया (एम.सी.आई.) को एक नया प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव में डी.सी.आई. ने कहा है कि देश में बैचलर ऑफ डैंटल सर्जरी (बी.डी.एस.)की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए एम.बी.बी.एस. का तीन साला ब्रिज कोर्स करवाया जाए, जिससे देश में एम.बी. बी.एस.डाक्टरों की कमी को कुछ हद तक पूरा किया जा सकता है।

 

हालांकि अभी इस प्रस्ताव को एम.सी.आई. से स्वीकृति मिलने का इंतजार है। अगर इस प्रस्ताव को एम.सी.आई. स्वीकार कर लेती है तो बी.डी.एस. की पढ़ाई कर रहे हजारों छात्रों को एम.बी.बी.एस. डाक्टर बनने का मौका मिल सकता है। केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर ऐसा प्रस्ताव आने की पुष्टि तो कर दी है साथ ही यह भी कहा  है कि अभी तक यह प्रस्ताव डी.सी.आई. और एम.सी.आई. के बीच की बात ही है। इस विशेष प्रस्ताव को लेकर एम.सी.आई. काफी दिलचस्पी दिखा रही है।

 

दूसरी तरफ देखा जाए तो देश में डाक्टरों की कमी को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रस्तावित नैशनल मैडीकल कमीशन (एन.एम.सी.) विधेयक में भी आयुष के डाक्टरों के लिए एक ब्रिज कोर्स का प्रस्ताव रखा था। अगर इंडिया में डाक्टरों की संख्या की बात करें तो एक रिपोर्ट के मुताबिक 11,000 पेशैंट्स पर एक डाक्टर  मौजूद है जबकि 55,000 पेशैंट्स पर एक अस्पताल है। इस हिसाब से आज के समय में भारत में कम से कम 5 लाख डाक्टरों की कमी है। अब जिस तरह से डाक्टरी की पढ़ाई महंगी होती जा रही है उससे देश में काबिल डाक्टरों की और भी कमी हो जाएगी।

 

डी.सी.आई. के इस प्रस्ताव पर अपनी राय पेश करते हुए कैमिस्ट्री गुरु के प्रो. एम.पी. सिंह ने कहा कि एम.सी.आई. को डी.सी.आई. के प्रस्ताव को मान लेना चाहिए । इससे एक तो डाक्टरों की संख्या देश में बढ़ेगी दूसरा महंगी हो रही मैडीकल सुविधा पर भी फर्क पड़ेगा।
 

pooja

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