स्टूडेंट्स को सेंट्रलाइज्ड किचन में पका मिड डे मील परोसने की तैयारी

Wednesday, Apr 24, 2019 - 09:51 AM (IST)

लुधियाना (विक्की): शिक्षा विभाग और फूड कमीशन की योजना अगर कामयाब हुई तो राज्य के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को आने वाले दिनों में आंध्र प्रदेश की तर्ज पर तैयार हुआ मिड डे मील मिलेगा। इस योजना को सिरे चढ़ाने से पहले फूड कमीशन पंजाब की टीम ने चेयरमैन डी.पी. रैड्डी की अध्यक्षता में आंध्र प्रदेश के सरकारी स्कूलों का दौरा भी किया है। चेयरमैन रैड्डी के मुताबिक पंजाब की टीम ने आंध्र में अक्षय पात्रा की सैंट्रालाइज्ड किचन का दौरा भी किया, जहां स्कूली बच्चों के लिए ताजा और गर्मा गर्म खाना तैयार किया जाता है। उन्होंने बताया कि आंध्र में इस प्रणाली को चला रहे अक्षय पात्रा व इस्कॉन ग्रुप के प्रतिनिधियों से पूरी जानकारी लेने के लिए कमीशन ने चंडीगढ़ में मीटिंग भी की है, जिसमें कृष्ण कुमार आई.ए.एस., शिक्षा सचिव पंजाब, अमृत कौर गिल डायरैक्टर, सामाजिक सुरक्षा, स्त्री व बाल विकास विभाग पंजाब के अलावा संबंधित विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए। मीटिंग में शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने यह सुझाव दिया कि शिक्षा विभाग इस स्कीम को पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर शुरू करने से पहले अध्यापकों के एक शिष्टमंडल को राजस्थान में अक्षय पात्रा समूह द्वारा चलाई जा रही सैंट्रालाइज्ड रसोई का दौरा करवाएगा ताकि वहां चलाई जा रही मिड-डे मील स्कीम के कामकाज को देखा जा सके।

25 कि.मी. घेरे के स्कूलों में खाना पहुंचाते हैं जी.पी.एस. सुविधा वाले वाहन
इससे पहले फूड कमीशन के चेयरमैन रैड्डी ने बताया कि आंध्र में चल रहा यह प्रभावशाली मॉडल है, जिसमें 25 किलोमीटर के घेरे में आते स्कूली बच्चों के लिए भोजन की व्यवस्था करने हेतु सुचारू रूप में सैंट्रालाइज्ड रसोई स्थापित की गई है। स्कूलों में भोजन उपलब्ध कराने के लिए जी.पी.एस. की सुविधा वाले वाहन भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं। अक्षय पात्रा ग्रुप के नुमाइंदे रघुपथी दास ने कहा कि यदि पंजाब के शिक्षा विभाग द्वारा इस प्रस्ताव के प्रति सहमति बनती है तो बिल्कुल ऐसे प्रयत्न पंजाब में शुरू किए जा सकते हैं।इससे पहले वह वर्ष 2000 से मिड डे मील स्कीम के अंतर्गत 12 राज्यों में 43 सैंट्रालाइज्ड किचन से मिड डे मील तैयार करवा रहे हैं। इस्कॉन ग्रुप के प्रतिनिधियों ने बताया कि वह भी अक्षय पात्रा ग्रुप की तरह ही काम कर रहे हैं और दोनों ग्रुप पंजाब में इसी तर्ज का मॉडल शुरू करने के इच्छुक हैं।

आंगनबाडिय़ों के लिए भी मांगे सुझाव
स्कूलों में मिड डे मील के साथ-साथ आंगनबाडिय़ों के लिए भी भोजन की आपूर्ति के संबंध में संभावना तलाशने के लिए चेयरमैन ने दोनों ग्रुपों के प्रतिनिधियों से सुझाव मांगे और अक्षय पात्रा ग्रुप के प्रतिनिधियों ने बताया कि आंगनबाडिय़ों के लिए भी भोजन की व्यवस्था की जा सकती है, क्योंकि कई राज्यों में उनके ग्रुप द्वारा आंगनबाडिय़ों के लिए भोजन की सप्लाई दी जा रही है।  

विस्तृत अध्ययन के उपरांत ही शुरू होगा पायलट प्रोजैक्ट: एजुकेशन सैक्रेटरी
मीटिंग में सैक्रेटरी एजुकेशन कृष्ण कुमार ने सुझाव दिया कि यह स्कीम पहले चरण में पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर शुरू की जा सकती है। अगर पायलट प्रोजैक्ट कामयाब होता है तो समूचे पंजाब में इसको लागू करने के संबंध में विचार किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने उक्त संगठनों द्वारा अन्य राज्यों से लिखित एम.ओ.यू (समझौता) की कापी भी मांगी। सैक्रेटरी के मुताबिक प्रोजैक्ट के विस्तृत अध्ययन के उपरांत ही दोनों ग्रुपों (अक्षय पात्रा और इस्कॉन) को एक-एक जिला पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर देने का फैसला लिया जाएगा। 

bharti

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