छात्र दूसरे राज्यों की भाषा और संस्कृति सीखें : राठौर

punjabkesari.in Thursday, Nov 01, 2018 - 10:35 AM (IST)

नई दिल्ली: सूचना प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने देश की एकता एवं अखंडता को मजबूत करने के लिए छात्रों से दूसरे राज्यों की भाषा सीखने और संस्कृति को आत्मसात करने का आह्वान किया है और सपनों का भारत बनाने के वास्तेे आत्मविश्वास पैदा करने की सलाह दी है। 

 

राठौर ने लौह पुरुष सरदार पटेल की 143वीं जयन्ती पर केंद्रीय विद्यालय के राष्ट्रीय एकता शिविर का उद्घाटन करते हुए यह आह्वान किया। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में देश भर के केन्द्रीय विद्यालयों के सैकड़ों छात्र और शिक्षक भाग ले रहे है। इस अवसर पर देश की सांस्कृतिक झांकी को प्रदर्शित करने के लिए स्कूली छात्रों के 23 स्टाल लगाए गए हैं जिनमें एक राज्य के छात्रों ने दूसरे राज्य की संस्कृति का कलात्मक प्रदर्शन किया है।  केन्द्रीय विद्यालय संगठन के छात्र रहे श्री राठौर ने इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और प्रत्येक स्टाल पर जाकर उनकी कला का मुआयना किया।  

 

उन्होंने कहा, मैंने खुद जोधपुर अहमदाबाद जबलपुर और आगरा में केन्द्रीय विद्यालय के छात्र के रूप में पढ़ाई की और पाया कि एक केन्द्रीय विद्यालय में पूरा भारत समाया हुआ है। उन्होंने कहा कि जो छात्र 90 प्रतिशत से नीचे अंक लाते हैं वे भी जीवन में अच्छा कर सकते हैं। उनके मन में सपना, लगन और आत्मविश्वास होना चाहिए।  उन्होंने कहा कि जीवन में ज्ञान पाना जरुरी है और ज्ञान केवल किताबों और गुरुओं से ही नही मिलता बल्कि दोस्तों और टेलीविजन से भी मिलता है। उन्होंने कहा कि जब वह सेना में गए और निशानेबाजी करने लगे तो उस समय कोच नहीं होते थे लेकिन उन्होंने दुनिया के दूसरे खिलाडियों के इंटरव्यू पढ़कर अपने प्रतिद्वन्द्वी खिलाडियों को हराना सीखा। 

 

राठौर ने कहा कि अगर मन में इच्छा शक्ति हो और विश्वास हो तो दुनिया की कोई ताकत उनके सपनों को पूरा करने से नहीं रोक सकती है। उन्होंने देश की एकता में सरदार पटेल के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि श्री पटेल ने बिना ङ्क्षहसा और रक्तपात के 562 देशी रियासतों को भारत में मिलाने का काम किया। इस एकता को मजबूत बनाने के लिए आप लोग दूसरे राज्यों की भाषा और संस्कृति सीखने का संकल्प लें।  इससे पूर्व केन्द्रीय विद्यालय के आयुक्त संतोष कुमार मल्ला ने कहा कि देश के 1916 केन्द्रीय विद्यालयों में एक मिनी भारत बसता है। इस आयोजन में दो हकाार छात्र तथा शिक्षक भाग ले रहे हैं जो तीन दिन तक भारत की संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे। इस समारोह में नृत्य ,संगीत ,वाद-विवाद ,काव्य प्रतियोगिता आदि आयोजित किये गये हैं। 
 


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pooja

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