बड़ी खबर: पहली से 12वीं के छात्र 10 दिन बिना बैग के स्कूल में आएंगे, जारी हुई एडवाइजरी

Friday, Nov 27, 2020 - 05:50 PM (IST)

नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की उप-सचिव सुनीता शर्मा की ओर से नई शिक्षा नीति 2020 के तहत फानइल स्कूल पॉलिसी 2020 सभी राज्यों के शिक्षा सचिव को भेजी गई है। इस नई शिक्षा नीति के तहत पहली से 12वीं कक्षा के सभी छात्रों को दस दिन बिना बैग के स्कूल में आना होगा। ये पॉलिसी देश भर के सभी स्कूलों को लागू करना अनिवार्य होगा।


जानें क्या हैं पॉलिसी के नियम
इसके अलावा छठी से आठवीं कक्षा के छात्रोंं को वोकेशनल ट्रेनिंग के तहत कारपेंटर, कृषि, गार्डनिंग,लोकल आर्टिस्ट आदि की इंटर्नशिप करवायी जाएगी। छठीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को ऑनलाइन छुटिट्यों में वोकेशनल कोर्स करवाये जा सकते हैं। वहीं, छात्रों को क्विज और खेलकूद से भी जोडना है। 


पॉलिसी में स्कूल और पेरेंट्स की अहम जिम्मेदारी
स्कूल बैग हल्के और दोनों कंधो पर लटकने वाले होने चाहिए, ताकि बच्चे आसानी से उसे उठा सके। बैग का वजन जांचने के लिए हर स्कूल में डिजिटल मशीन लगाना अनिवार्य होगा। प्री प्राइमरी के छात्रों के लिए कोई बैग नहीं होगा। पहली से दसवीं कक्षा तक के छात्रों को स्कूल बैग छात्र के कुल वजन का दस प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। वाटर बोतल की बजाय स्कूल में स्वच्छ पानी की व्यवस्था करनी होगी। स्कूलों में मिड-डे-मील देना होगा, ताकि उन्हें लंच न लाना पड़े।

प्री- प्राइमरी                                कोई बैग नहीं                                
पहली 1.6 से 2.2 किलो
दूसरी  1.6 से 2.2 किलो
तीसरी 1.7 से 2.5 किलो
चौथी 1.7 से 2.5 किलो
पांचवीं 1.7 से 2.5 किलो
छठीं 2 से 3 किलो
सातवीं 2 से 3 किलो
आठवीं  2.5 से 4 किलो
नौंवी  2.5 से 4.5 किलो
दसवीं 2.5 से 4.5 किलो
ग्यारहवीं 3.5 से 5 किलो
बारहवीं 3.5 से 5 किलो

पहली और दूसरी के छात्रों के लिए एक ही नोटबुक
पहली और दूसरी के छात्रों के लिए क्लासवर्क के लिए एक ही नोटबुक का उपयोग करना होगा। तीसरी से पांचवी कक्षा के छात्रों की दो नोटबुक होगी। छठीं से आठवीं कक्षा के छात्रों को क्लासवर्क और होमवर्क के लिए खुली फाइल में कागज रखने होंगे। छठीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को बार-बार कागज पर लिखकर उसे गुम करने की बजाय संभालने की आदत सिखानी होगी।

rajesh kumar

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