स्टूडैंट काऊंसिल इलैक्शनः स्टूड़ैंट वोटरों को रिझाने का सिलसिला शुरू

Thursday, Aug 23, 2018 - 01:38 PM (IST)

चंडीगढ  (रश्मि हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी स्टूडैंट काऊंसिल चुनाव के मद्देनजर विभिन्न स्टूडैंट यूनियन ने स्टूडैंट वोटर्स को रिझाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में पी.यू. के  यू.आई.ई.टी., लॉ यू.आई.एल.एस. और कुछ आटर्स विभाग से स्टूडैंट्स को पार्टियों में ले जाया जा रहा है। इसके अलावा स्टूडैंट्स को कैंपस में लंच और डिनर करवाने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। 


देखा जाए तो एन.एस.यू.आई. को कांग्रेस, सोई को अकाली दल और भाजपा की तरफ से ए.बी.वी.पी. को हर साल स्टूडैंट यूनियन चुनाव के लिए लाखों का फंड मुहैया करवाया जाता है जो 30 से 50 लाख तक के होते हैं। पी.यू. स्टूडैंट काऊंसिल चुनाव इस बार इसलिए भी अहम हैं क्योंकि अगले साल लोकसभा चुनाव हैं। पी.यू. कैंपस में सिर्फ चंडीगढ़ ही नहीं पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश से काफी स्टूडैंट पढऩे आते हैं। ऐसे में अपने साथ वोटर्स को जोडऩे के लिए राजनीतिक पार्टियां पूरी ताकत झोंकने को तैयार हैं। 


35 से 50 हजार रुपए के स्टीकर: प्रत्येक स्टूडैंट यूनियन को 20 से 25 हजार के पैम्फलैट, मैनिफैस्टो और स्टीकर प्रिंट करवाने ही पड़ते हैं। स्टूडैंट यूनियंस का इस पर 35 से 50 हजार का खर्च आता है। कैंपस में करीब 16 हजार स्टूडैंट हैं। प्रत्येक स्टूडैंट तक पहुंच बनाने के लिए 16 हजार से ज्यादा ही स्टीकर छपवाने होते हैं। ऐसे में मैनिफैस्टो, स्टीकर और पैम्फलेट मिक्स कर अलग-अलग संख्या में छपवाए जाते हैं।

 

एस.एफ.एस. प्रैजीडैंटपद पर लड़ सकता है चुनाव: एस.एफ.एस. की तरफ से इस बार प्रैजीडेंट पद पर चुनाव लड़ा जा सकता है। हालांकि अभी तक अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। एस.एफ.एस. के हरमन ने बताया कि पार्टी चुनाव जरूर लड़ेगी, चाहे वह एक पद पर ही क्यों न लड़े। एस.एफ.एस. की तरफ से चुनाव में पैम्फलैट, पोस्टर,पार्टियों आदि पर कोई भी पैसा खर्च नहीं किया जाता। इसके बाद भी पिछले सालों में एस.एफ.एस. ने अच्छे वोट हासिल किए हैं। हालांकि एस.एफ.एस. जीत नहीं पाई है। बिना पैसे खर्च किए 2017 में एस.एफ.एस. के प्रैजीडैंट पद के उम्मीदवार को 2190 वोट मिले थे जबकि 2016 में यह आंकड़ा 2496 था। 


जनरल सैक्रेटरी पद आई.एस.ए. लड़ सकती है चुनाव: पी.यू. कैंपस में आई.एस.ए. भी नॉन पॉलीटिकल पार्टी है। आई.एस.ए. के करन रंधावा पिछले ने 2017 में स्टूडैंट काऊंसिल में ज्वाइंट सैक्रेटरी पद पर चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी। इस बार फिर आई.एस.ए. मैदान में है। वहीं ज्वाइंट सैक्रेटरी पद पर करन रंधावा को 2778  वोट मिले थे। 

Sonia Goswami

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