उच्च शिक्षण संस्थानों में बुलाये जायेंगे ‘स्पेशल विजिटर स्कॉलर

punjabkesari.in Tuesday, Jun 04, 2019 - 06:26 PM (IST)

नई दिल्ली : उच्च शिक्षण संस्थानों में अब वरिष्ठ शिक्षाविदों तथा अधिकारियों को स्पेशल विजिटर स्कॉलर ’ के रूप में आमंत्रित किया जायेगा। संबद्ध, प्रासंगिक विषय के ज्ञान क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले ये स्कॉलर जो विश्वविद्यालय या संस्थान से बाहर के होंगे । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने  बताया कि आयोग ने हाल ही में अपनी 540वीं बैठक में वरिष्ठ शिक्षाविदों या अधिकारियों को विशिष्ट अभ्यागत विद्वान के रूप में आमंत्रित करने के संबंध में दिशनिर्देशों को मंजूरी दी थी। 
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इन दिशानिर्देशों में कहा गया है कि इस प्रकार के शिक्षक ‘स्पेशल विजिटर स्कॉलर  के रूप में नामित होंगे । वरिष्ठ शिक्षाविद, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, वरिष्ठ उद्योग कर्मी और प्रख्यात व्यक्तित्व जिन्होंने संबद्ध, प्रासंगिक या अनुप्रयुक्त विषय के ज्ञान के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दिया है, ये विशिष्ट अ भयागत विद्वान के रूप में आमंत्रित किये जाने के पात्र होंगे ।  विशिष्ट अभ्यागत विद्वान संबंद्ध विश्वविद्यालय या संस्थान से बाहर के विश्वविद्यालय या संस्थान में आमंत्रित किये जायेंगे । विशिष्ट अभ्यागत विद्वानों को आमंत्रित किये जाने का प्रस्ताव संबंधित स्कूल या विभाग या केंद्र द्वारा शुरू किया जायेगा । आमंत्रण को कुलपति या संस्थान के प्रमुख के अनुमोदन के साथ विस्तारित किया जायेगा ।  

दिशानिर्देश में कहा गया है कि स्पेशल विजिटर स्कॉलरों को एक घंटे की अवधि के लिये प्रति व्याख्यान 5000 रूपये के मानदेय का भुगतान किया जायेगा। स्पेशल विजिटर स्कॉलर को एकल व्याख्यान या श्रृंखला व्याख्यानों के लिये आमंत्रित किया जा सकता है। मानदेय का भुगतान सामान्य विकास निधि या ब्लाक अनुदान या विश्वविद्यालयों अथवा उच्चतर शिक्षा संस्थानों के अन्य स्रोतों से किया जा सकता है। मानदेय के अलावा यात्रा और अन्य खर्चों का भी भुगतान किया जा सकता है ।  
 


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