करियर में करना चाहते है कुछ क्रिएटिव, कार्टूनिंग है बेहतर विकल्प

punjabkesari.in Thursday, Jun 07, 2018 - 07:11 PM (IST)

नई दिल्ली :  कहा जाता है कि किसी भी बात को शब्दों के जरिए उतने अच्छे से नहीं जताया जा सकता , जितना का चित्रों के जरिए । इसलिए आज लोगों के सामने अपनी बात कहने के लिए टीवी चैनल हो या अखबारें इन सब में कार्टून का खूब प्रयोग किया जा रहा है। कार्टून बनाने की कला को दिन ब दिन सराहा जा रहा है । कार्टून बनाना भी एक एेसी कला है जिसमें व्यक्ति अपने मन के भावों को प्रकट कर सकता है और जिससे लोगों का मनोरंजन भी किया जा सकता हैं। अगर आप कुछ क्रिएटिव है और कुल अलग करने का चाह रखते है तो इस फील्ड में करियर बनना बेहतर अॉप्शन साबित हो सकता है। 

काम 
एक कार्टूनिस्ट का काम होता है कि वह अपनी प्रतिभा से एक-दो चित्रों को कुछ शब्दों के साथ इस अंदाज में पेश करे कि लोग बिना हंसे न रह सकें। कार्टून केवल व्यंगात्मक ही नहीं होते, वे राजनीति और समाज पर कटाक्ष भी करते हैं।ये कार्टून प्रिंट मीडिया जैसे पत्रिकाओं, समाचार पत्रों के साथ-साथ ब्लॉग्स और वेबसाइटों जैसे ऑनलाइन पब्लिकेशंस में प्रकाशित होते हैं। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में टीवी और फिल्म कार्टूनिस्ट एनिमेटेड कार्टून तैयार करते हैं। मॉडल ड्रॉइंग्स और विशेष पात्र सृजित करते हैं तथा एनिमेशन परियोजनाओं के लिए स्पेशल इफेक्टस सृजित करते हैं। कार्टूनिंग की प्रक्रिया को कहानियों के सृजन के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिन्हें एनिमेटेड फिल्में और वीडियो गेम तैयार करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

योग्यता 
कार्टूनिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए किसी अतिविशिष्ट डिग्री की जरूरत नहीं होती है। हां, यह जरूरी है कि आपकी स्केचिंग व ड्रॉइंग में गहरी रुचि हो। देश में कार्टूनिंग कोर्स बहुत कम संस्थान ही चलाते हैं। कार्टूनिंग की कला को फाइन आर्ट, ड्रॉइंग, पेंटिंग आदि का कोर्स करते हुए भी सीखा जा सकता है। अध‍िकतर नियोक्ता, कार्टूनिंग, ड्रॉइंग, ललित कला, पेंटिंग, एनिमेशन में बैचलर डिग्री धारक को वरीयता देते हैं। डिग्री के अलावा ज्यादातर नियोक्ता 1 से 3 वर्ष का अनुभव रखने वालों को प्राथमिकता देते हैं। उच्च स्तरीय पदों के लिए उन्नत डिग्री अथवा इस क्षेत्र में पांच से सात वर्ष का व्यवसायिक अनुभव अपेक्षित होता है।

अवसर 
कार्टूनिस्ट कई जगहों पर कार्य करते हैं, जैसे एनिमेशन स्टूडियो, फिल्म व वीडियो स्टूडियो, कार्टून नेटवर्क, गेमिंग कंपनियां, प्रिंट प्रकाशन, पब्लिशिंग कंपनियां आदि। समाचार पत्रों व साप्ताहिक/ मासिक पत्रिकाओं में कार्टूनिस्ट के रूप में काम करने के लिए आपमें दबाव में कार्य करने की क्षमता होनी चाहिए। कुछ कार्टूनिस्ट कलाकारों के साथ मिलकर कार्य करते हैं, जो विचार अथवा कहानी सृजित करते हैं और कैप्शन तैयार करते हैं। कई कार्टूनिस्ट ड्रॉइंग कौशल के अलावा महत्वपूर्ण हास्य अथवा नाटकीय प्रतिभा रखते हैं। कुछेक टेलीविजन और फिल्म उद्योग के लिए भी काम करते हैं।

प्रमुख संस्‍थान
जे जे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट्स, ग्वालियर
डिपार्टमेंट ऑफ फाइन आर्ट्स, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कार्टून, बैंगलुरू


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