दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह संपन्न

punjabkesari.in Monday, Jun 12, 2017 - 05:24 PM (IST)

नई दिल्ली : राजधानी स्थित दक्षिण एशियाई देशों के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के दो सौ पांच छात्रों को आज यहां दीक्षांत समारोह में डिग्रियां एवं स्वर्ण पदक प्रदान किये गए। भारतीय प्रवासी केंद्र में आयोजित दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय के इस गरिमापूर्ण दीक्षांत समारोह में भारत में नेपाल के राजदूत दीप कुमार उपाध्याय ने एम ए के 185 छात्रों तथा 11 एम फिल छात्रों को ये डिग्रियां प्रदान की जबकि विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने नौ छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किये। सात साल पहले स्थापित इस विश्वविद्यालय का यह दूसरा दीक्षांत समारोह था। विदेश मंत्रालय द्वारा स्थापित इस विश्वविद्यालय में आठ दक्षिण एशियाई देशों के छात्र उच्च शिक्षा ग्रहण करते हैं। विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने इस विश्वविद्यालय की तारीफ करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय के छात्रों को तो पास करते ही इतनी जल्दी डिग्रियां मिल जा रही हैं।

उनके दौर में तो इतनी जल्दी डिग्रियां नहीं मिलती थी, उन्हें तो अपनी डिग्री करीब 25 साल बाद मिली थी। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय काफी तेजी से दक्षिण एशियाई देशों में लोकप्रिय हो रहा है और इस बात का प्रमाण यह है कि पिछले साल की तुलना में अब इसमें आवेदन करने वालों की संभ्या दोगुनी हो गयी है और अब तक यहां से 900 स्कालर भी निकले हैं तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इसका किाक्र कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय को दरअसल महत्वपूर्ण और गौरवशाली इसके छात्रों ने ही बनाया है। नेपाल के राजदूत श्री उपाध्याय ने दक्षिण एशिया को दुनिया की प्रारंभिक सभ्यता की जननी बताते हुए कहा कि इसके सभी देशों की सांस्कृतिक चेतना और स्वरूप एक जैसा है लेकिन इस क्षेत्र में गरीबी और पिछड़ापन बहुत हैं, उन्होंने इस विश्वविद्यालय से डिग्री लेने वाले छात्रों से अपील की कि वे अपने ज्ञान का इस्तेमाल दक्षिण एशिया के विकास और समृद्धि के लिए करें। विश्वविद्यालय की अध्यक्ष डॉ कविता शर्मा ने कहा की इस विश्वविद्यालय का स्थायी परिसर मैदान गढ़ी में बनना शुरू हो गया है और अब तक सरकार 10 हकाार करोड़ रुपए दे चुकी है और 2019 तक यह परिसर बन जाएगा। समारोह को दक्षेस के महासचिव अमजद हुसैन बी सैल ने भी संबोधित किया।

 


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