तीन योजनाओं को  मिलाकर लांच हुआ समग्र शिक्षा अभियान

Thursday, May 24, 2018 - 07:00 PM (IST)

नई दिल्ली :  देश के स्कूली छात्रों के बहुमुखी विकास के लिए आज समग्र शिक्षा अभियान को लांच किया गया जिसमें प्री स्कूल से बारहवीं कक्षा के छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ खेलों और स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जायेगा एवं उनका कौशल विकास भी किया जायेगा। संसाधन विकास मंत्री प्रकाश प्रकाश जावड़ेकर ने आज इस अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की सरकार में सर्वशिक्षा अभियान को शुरू किया था जो बहुत कामयाब हुआ था, अब उसके 20 साल पूरे हो रहे हैं। इसलिए अब सर्वशिक्षा अभियान राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा और टीचर एजुकेशन को मिलकर समग्र शिक्षा शुरू किया जा रहा है। लेकिन केवल नाम नहीं बदला है बल्कि नयी दृष्टि है। शिक्षा को हम टुकड़ों-टुकड़ों में नहीं देख सकते और उसे टुकड़ों में बाँट नहीं सकते इसलिए पूर्ण शिक्षा देंगे। इसके तहत प्री स्कूल से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देंगे।  

कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय की योजना अब 12वीं क्लास तक 
उन्होंने भारत रत्न से सम्मानित क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर का जिक्र करते हुए कहा कि  तेंदुलकर एक बार राज्यसभा में बोलना चाहते थे लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया तब उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि पढ़ाई के साथ साथ खेलों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए, इसलिए हमने समग्र शिक्षा में खेलो इंडिया के तहत 11 लाख स्कूलों को पांच हकाार से 25 हजार रुपये तक दे रहे है।  उन्होंने बताया कि कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय की योजना अब छठी क्लास से बारहवीं क्लास तक की जा रही है जो अब तक छठी से आठवीं कक्षा तक थी। इसके अलावा ऑपरेशनल डिजिटल बोर्ड और शिक्षकों के लिए दीक्षा पोर्टल भी शुरू किया गया है। विशेष बच्चियों के लिए प्रतिमाह दो सौ रुपए की छात्रवृति भी शुरू की गयी है। प्रतिवर्ष प्रत्येक बच्चे के लिए छह हकाार रुपये तक की परिवहन व्यस्था भी शुरू की जा रही है, साथ ही स्कूलों में चार लाख सत्रह हकाार शौचालय भी बनाये गए। स्कूलों में साफ सफाई पर ध्यान दिया गया और स्वच्छता प्रतियोगिता में ढाई लाख सरकारी स्कूलों ने भाग लिया और इस साल तो उनकी संख्या बढ़कर छह लाख हो गयी।  

इस मौके पर जावडेकर ने समग्र शिक्षा का ब्रोशर एवं वेबसाईट जारी किया और बताया कि इसका एक लोगो भी होगा, उस लोगो का चयन एक प्रतियोगिता से किया जायेगा।  समारोह में मानव संसाधन शिक्षा राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता तब तक नहीं बढ़ेगी जब तक शिक्षकों का स्तर नहीं सुधरेगा, लेकिन कुछ ऐसे शिक्षक इस प्रणाली में आ गए हैं उनका सुधार कभी संभव ही नहीं है चाहे आप कितना प्रयास कर लें।  समारोह में स्कूली शिक्षा सचिव अनिल स्वरुप एवं विशेष सचिव रीना रे भी मौजूद थीं। 

bharti

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