संस्कारवान और समयानुकूल शिक्षा के लिये शोध कार्य आवश्यक: चौहान

Wednesday, Apr 18, 2018 - 07:06 PM (IST)

नई दिल्ली : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संस्कारवान और समयानुकूल शिक्षा-शिक्षण के लिये शोध कार्य आवश्यक है। शिक्षा के उद्देश्यों, ज्ञान, कौशल और नागरिक संस्कार देने के लिये निरंतर अनुसंधान किया जाना चाहिये। आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान ने विद्या भारती मध्यक्षेत्र के प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के भूमिपूजन कार्यक्रम में कहा कि सैद्धांतिक शिक्षा के साथ व्यवहारिक शिक्षा भी जरूरी है। आजीविका को भी शिक्षा से जोडऩे के प्रयास समय की जरूरत है। 

उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान और आजीविका का माध्यम नहीं है। संस्कारवान नागरिक तैयार करना भी शिक्षा की जिम्मेदारी है। अपने लिये नहीं, देश के लिये जीने वाले संस्कारयुक्त नागरिकों को तैयार करने में विद्या भारती के प्रयासों का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर क्षेत्रों में भी विद्या भारती के संस्थान अच्छी शिक्षा देते हैं। संस्थान के विद्यालयों, शिक्षा की गुणवत्ता की सराहना करते हुये श्री चौहान ने कहा कि विद्या भारती, समाज धारित और पोषित संस्थान है। सहयोग में मात्रा नहीं, श्रद्धा और सहयोग भाव महत्वपूर्ण होता है। 

राष्ट्रीय अध्यक्ष, विद्या भारती शिक्षा संस्थान गोविंद शर्मा ने कहा कि विद्या भारती हर क्षेत्र के पहुंच और साधन विहीन क्षेत्रों में उच्चतर माध्यमिक स्तर तक शिक्षा देने का कार्य कर रही है। अगले शिक्षा सत्र से महाविद्यालयीन शिक्षा का कार्य भी संस्थान द्वारा प्रारंभ किया जायेगा। 

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