जेईई मेन के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरु, पहली बार मिलेगी स्टूडेंट्स को यह सुविधा

punjabkesari.in Friday, Dec 01, 2017 - 05:55 PM (IST)

नई दिल्ली : आईआईटी और एनआईटी सहित समेत देश के तमाम इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए ली जाने वाली जेईई मेन की परीक्षा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरु हो गए है। उम्मीदवार अधिकारिक वेबसाइट के जरिए इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते है। 

मिलेगा परीक्षा का दिन और समय खुद से तय करने का मौका
जेईई मेन की परीक्षा देने वाले छात्र अब परीक्षा का दिन और समय खुद से ही तय कर पाएंगे। यह सुविधा ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा देने वाले छात्रों को मिलेगी।  हालांकि स्लॉट चयन की सुविधा उन्हें केवल पेपर-1 यानी बीई,बीटेक की ऑनलाइन परीक्षा के लिए ही मिलेगी।  ऑनलाइन परीक्षा के लिए स्लॉट या तारीख पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर मिलेगा। ध्यान देने वाली  बात यह है कि एक से ज्यादा स्लॉट में बैठने पर छात्रों की उम्मीदवारी रद्द हो जाएगी। सीबीएसई ने जेईई मेन ऑनलाइन परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को अपना मनपंसद दिन व शिफ्ट चुनने का विकल्प दिया है। अगर किसी उम्मीदवार ने फार्म में ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प भरा है, लेकिन किसी कारण से स्लॉट का चयन नहीं कर पाए हों, तो फिर ऐसे उम्मीदवारों को उपलब्धता के आधार पर स्लॉट आवंटित किए जाएंगे।  उम्मीदवारों को यह ध्यान रखना होगा कि एक बार स्लॉट व तारीख का चयन करने के बाद उसमें किसी तरह का कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा। 

प्रमुख तिथियां
01 दिसंबर से शुरू होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, 01 जनवरी, 2018 तक चलेगी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया  
08 अप्रैल को ऑफलाइन और 15-16 अप्रैल को होगी जेईई मेन ऑनलाइन परीक्षा
30 अप्रैल को आएगा स्कोर और छात्रों की ऑल इंडिया रैंकिंग 

12वीं में आए अंक को वेटेज नहीं 
आवेदक ऑनलाइन या ऑफलाइन, किसी भी मोड में परीक्षा दे सकते हैं। जेईई मेन से इस बार 2 लाख के बजाय 2.24 लाख अभ्यर्थियों का चयन आईआईटी में दाखिले की प्रवेश परीक्षा के लिए किया जाएगा। पिछले साल आईआईटी में दाखिले के लिए 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत या बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल का नियम लागू था। यह अब बाकी संस्थानों के लिए भी लागू कर दिया गया है। अनुसूचित जाति जनजाति के लिए अंकों का यह क्राइटेरिया 75% के बजाय 65% है। जेईई मेंस की मेरिट लिस्ट बनाने में 12वीं के अंकों की बाध्यता भी खत्म हो गई है। हर साल सीबीएसई देश के दूसरे तमाम बोर्ड से उनका 12वीं का डाटा मिलने का इंतजार करता था। इससे कॉमन मेरिट लिस्ट समय से तैयार नहीं हो पाती थी। लिहाजा, 12वीं के अंकों का नियम खत्म कर दिया गया।

ऑनलाइन परीक्षा की फीस कम होगी 
सीबीएसई द्वारा जेईई मेन की फीस के लिए अलग-अलग स्लैब बनाए गए हैं। पेपर 1 या पेपर 2 ऑफलाइन देने वाले जनरल और ओबीसी कैटेगरी के छात्रों की फीस एक हजार रुपए और छात्राओं के लिए 500 रुपए है। एससी-एसटी और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के लड़के और लड़कियों के लिए शुल्क 500 रुपए है। वहीं दोनों पेपर में शामिल होने वाले जनरल और ओबीसी छात्रों को 18 सौ रुपए और छात्राओं को 900 रुपए चुकाने होंगे। लेकिन ऑनलाइन एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह फीस कम हो जाएगी। पेपर 1 या पेपर 2 ऑनलाइन देने वाले जनरल और ओबीसी छात्रों को सिर्फ 500 रुपये चुकाने होंगे। लड़कियों व एससी-एसटी के छात्रों को 250 रुपये देने होंगे। वहीं दोनों पेपर देने वाले लड़कों को मात्र 1300 रुपये और लड़कियों को 650 रुपये चुकाने होंगे। परीक्षा शुल्क के साथ 18 फीसदी की दर से जीएसटी भी देना होगा।

आईआईटी की सीट छोड़ने वालों को मिलेगी सजा
ऐसे छात्र जिन्होंने जेईई 2017 की परीक्षा पास की और काउंसिलिंग में भाग लेकर सीट भी बुक कराई, लेकिन अंतिम राउंड की काउंसिलिंग से पहले सीट कैंसिल करा ली और दाखिला नहीं लिया, वे इस बार की जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। लेकिन जिन छात्रों ने सीट अलॉट होने के बाद आईआईटी में पढ़ाई नहीं की और सीट खराब कर दी, उन छात्रों को इस साल जेईई एडवांस में बैठने का मौका नहीं मिलेगा। चाहे जेईई मेन में उन्हें कितनी भी अच्छी रैंकिंग क्यों न मिली हो। वहीं सीबीएसई ने जेईई मेन 2018 की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत प्रवेश परीक्षा ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में ही आयोजित की जाएगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देशभर में 248 परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। 


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