पूर्वी निगम में 650 स्थाई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू, जांच कार्य शुरू

Tuesday, Sep 03, 2019 - 12:06 PM (IST)

पूर्वी दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम में स्थाई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के लिए लगभग 650 प्रतिभागियों के दस्तावेज पहुंच चुके है। निगम अधिकारियों ने इन दस्तावेजों की जांच कार्य शुरू कर दिया है। वहीं पूर्वी निगम में वर्षों से कार्यरत 1160 अनुबंधित शिक्षकों  की नौकरी दांव पर लग गई है। अनुबंधित अध्यापक एकता मंच के एक प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को पूर्वी निगम की महापौर अंजू और स्थायी समिति चेयरमैन संदीप कपूर से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा।

 

शिक्षकों का कहना है कि नियमानुसार 30 बच्चों पर एक शिक्षक होना चाहिए, लेकिन निगम अधिकारियों ने 40 बच्चों पर एक टीचर के फार्मूले से शिक्षकों की रिक्तियां निकाली हैं। अधिकारियों ने इसमें सिर्फ  स्कूल में उपस्थित बच्चों को ही आधार बनाया है। गैर हाजिर बच्चों को इसमें शामिल ही नहीं किया गया।  

अनुबंधित अध्यापक एकता मंच की अध्यक्ष अनीता दलाल, संगठन मंत्री श्रवण कुमार और मंत्री रवींद्र शर्मा सैंकड़ों अनुबंधित शिक्षकों के साथ पूर्वी निगम मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने महापौर से कहा कि इस समय पूर्वी निगम में शिक्षकों की भारी कमी है। अनुबंधित शिक्षकों को निगम स्कूलों में पढ़ाते हुए 15 साल से ज्यादा समय हो गया है। अब निगम को स्थाई शिक्षक मिलने शुरू हो गए तो निगम ने अनुबंधित शिक्षकों को दर किनार कर दिया है।

शुरुआत में ही दो महीने के लिए अनुबंध को बढ़ाया गया था। 650 स्थाई टीचर आने के बाद अब भी उनका एक महीने का अनुबंध बढ़ाने की बात कही जा रही है। जबकि इस समय पूर्वी निगम में इतनी रिक्तियां हैं कि स्थाई शिक्षकों के साथ-साथ अनुबंधित शिक्षकों का अनुबंध भी जारी रखा जा सकता है। स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन संदीप कपूर प्रतिनिधि मंडल में शामिल सोनू कुमार ने उन्हें बताया कि अधिकारियों ने जिस आधार पर यह रिक्तियां निकाली हैं वह गलत है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के हिसाब से 30.1 का अनुपात होना चाहिए।

Riya bawa

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