केजरीवाल सरकार का तोहफा, गरीब बच्चों को मिलेगी मुफ्त कोचिंग

Wednesday, Sep 04, 2019 - 11:49 AM (IST)

नई दिल्ली: जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना के तहत अब सभी जाति और वर्गों के गरीब बच्चे दिल्ली सरकार की मुफ्त कोचिंग सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इसी के साथ विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए आर्थिक सहायता को 40 हजार रुपए से बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया है। दिल्ली से 10वीं और 12वीं पास करने वाले बच्चे जिनके परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपए से कम है, उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई दिल्ली कैबिनेट की बैठक में इस आशय के निर्णय लिए गए। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब दिल्ली में अगले साल के शुरू में होने वाले विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं।       

मुख्यमंत्री ने कैबिनेट निर्णय के बारे में बताया कि पहले यह योजना सिर्फ अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए थी,जिसके तहत 40,000 रुपए तक की सहायता दी जाती थी। उन्होंने कहा कि जिस आवेदक की वार्षिक आय आठ लाख रुपए से कम है, वे इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा दिल्ली सरकार सबसे ज्यादा जोर शिक्षा पर दे रही है और हमारा लक्ष्य है कि दिल्ली में पैदा होने वाला कोई भी बच्चा पैसे की कमी की वजह से या गरीबी की वजह से आज के इस प्रतिस्पर्धा के दौर में अच्छी शिक्षा पाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि 12वीं के बाद जब बच्चा कॉलेज में जाता है तो उसे पढ़ाई के लिए भी सरकार 10 लाख रुपए तक लोन देती है। 

अब तक मिलती थी 40 हजार रुपए की सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सभी बच्चों का ख्याल रखने के लिए एक साल पहले हमने जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना शुरू की थी। अभी तक यह योजना केवल एससी कैटेगिरी के बच्चों के लिए थी। इस योजना में अब तक कोचिंग के लिए अधिकतम 40 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती थी। लेकिन योजना के क्रियान्वयन के दौरान देखा गया कि अच्छे कोचिंग इंस्टीट्यूट के लिए 40 हजार रुपए कम पड़ते हैं। इसके अलावा एससी कैटेगिरी के अलावा बहुत सारे अन्य गरीब बच्चे हैं जिनको इसका लाभ नहीं मिल पाता।

ऐसे में कैबिनेट में इस राशि को 40 हजार रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए तक करने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही यह योजना सबके लिए लागू होगी। अब इस योजना का लाभ एससी स्टूडेंट्स,ओबीसी स्टूडेंट्स और आर्थिक दृष्टि से कमजोर सामान्य श्रेणी के स्टूडेंट्स को मिलेगा। 

Riya bawa

Advertising