इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी के चलते फोटोग्राफी डिप्लोमा कोर्स बंद

Saturday, Apr 13, 2019 - 08:57 AM (IST)

प्रयागराज : पूरब का आक्सफोर्ड कहा जाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) में 83 वर्ष पुराने रोजगारपरक फोटोग्राफी डिप्लोमा कोर्स कराने वाले शिक्षकों की कमी के चलते फिलहाल इस में दाखिले बन्द कर दिये जाने से छात्रों में उहापोह की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।  इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के तहत 1936 में एक वर्ष के सर्टिफिकेट फोटोग्राफी कोर्स की शुरुआत की गई। उसके बाद पचास के दशक में इसी कोर्स को एक वर्षीय डिप्लोमा में बदल दिया गया जो कि देश में पहली बार शुरू हुआ। यहां से डिप्लोमा हासिल करने के बाद छात्र देश के कई प्रतिष्ठित संस्थानों में नौकरी कर रहे हैं।  देश भर के विश्वविद्यालयों में से केवल इविवि में ही यह कोर्स कराया जाता है। इस कोर्स में अचानक प्रवेश बन्द की घोषणा से छात्र हतप्रभ हैं। फोटोग्राफी शिक्षा से जुड़ी कई राष्ट्रीय उपलब्धियों का श्रेय इविवि को प्राप्त है।  डिप्लोमा कर रहे छात्र-छात्राओं ने कुलपति प्रो रतन लाल हांगलु को पत्र लिखकर इस बारे में अवगत कराया है। 

पत्र में उन्होंने लिखा है कि अचानक इसके बन्द किये जाने से छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। यहां से डिप्लोमा करने के बाद उन्हें आसानी से कहीं भी नौकरी मिल जाती थी।  इविवि के कुलानुशासक प्रो0 राम सेवक दुबे ने बताया कि विभाग में अध्यापक नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है। उनका कहना है कि यह कोई आम विषय नहीं है कि कोई दूसरा प्रोफेसर जाकर पढ़ा देगा। यह एकदम अलग विषय है और इसके बारे में बारीकियां केवल उसी से जुड़े हुए लोगों को ही पता रहती है। अध्यापक की व्यवस्था होने के साथ ही पुन: डिप्लोमा कोर्स चालू किया जायेगा।  

bharti

Advertising