अगले साल से हिंदी, बांग्ला में उपलब्ध होंगी ऑक्सफोर्ड यूनिर्विसटी प्रेस की किताबें

Friday, Nov 24, 2017 - 11:15 AM (IST)

नई दिल्ली : हिंदी समेत भारतीय भाषाओं के बढ़ते महत्व के मद्देनजर ऑक्सफोर्ड यूनिर्विसटी प्रेस (ओयूपी) अगले साल जनवरी में भारतीय भाषा प्रकाशन कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है जिसके तहत शुरूआत में हिंदी एवं बांग्ला भाषाओं में पुस्तकों का प्रकाशन किया जाएगा और भविष्य में अन्य भारतीय भाषाओं को भी इसमें जोड़ा जायेगा। एक विज्ञप्ति के अनुसार, इस कार्यक्रम के तहत हिंदी एवं बांग्ला में नई  किताबों के प्रकाशन के साथ ही ऑक्सफोर्ड यूनिर्विसटी प्रेस अपनी पूर्व-प्रकाशित पुस्तकों का अनुवाद भी प्रिंट और डिजिटल संस्करण में पाठकों को उपलब्ध कराएगा। पहले साल में इस काय्र्रकम के तहत पाठकों को रोमिला थापर, आर. एस. शर्मा, सुमित गांगुली, मुशीरुल हसन, आंद्रे बेते, ऑस्टिन ग्रैनविल, आशुतोष वाष्र्णेय, माधव गाडगिल, रामचंद्र गुहा और आशीष नंदी जैसे बड़े और प्रतिष्ठित विद्वानों की किताबों के अनूदित संस्करण उपलब्ध कराये जाएंगे।  ऑक्सफोर्ड यूनिर्विसटी प्रेस के निदेशक डॉ. सुगाता घोष के अनुसार,  भारतीय आबादी का बड़ा हिस्सा अपनी स्थानीय भाषाओं में पढऩे लिखने का अभ्यस्त है। ये पाठक भाषाई सीमाओं की वजह से अन्य भाषाओं में प्रकाशित रचनाओं को पढ़ नहीं पाते।’’

उन्होंने कहा कि अकादमिक प्रेस होने के नाते शैक्षणिक गुणवत्ता और ज्ञान का प्रसार हमारा उद्देश्य है। प्रेस के इसी उद्देश्य के तहत हमने ऑक्सफोर्ड यूनिर्विसटी प्रेस द्वारा प्रकाशित उत्कृष्ट किताबों को स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कराने का निर्णय किया है।  एक बयान के अनुसार, ऑक्सफोर्ड यूनिर्विसटी प्रेस अपने भारतीय भाषा कार्यक्रम के तहत आने वाली किताबों को आगामी विश्व पुस्तक मेला, नई दिल्ली और कोलकाता पुस्तक मेला में पाठकों को उपलब्ध कराएगा। आने वाले कुछ महीनों में लखनऊ, इलाहाबाद, रांची, देहरादून, जयपुर, भोपाल, कोलकाता और गुवाहाटी जैसे शहरों में पाठकों के लिए कार्यक्रम कराये जाएंगे जहाँ पाठक कुछ लेखकों से रूबरू होने का मौका पाएंगे।
 

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