शिक्षकों के पेशेवर विकास के लिए Online रिफ्रेशर कोर्स की शुरुआत

Sunday, May 06, 2018 - 01:51 PM (IST)

नई दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने उच्च शिक्षा से जुड़े शिक्षकों के पेशेवर विकास के लिए ‘‘ऑनलाइन रिफ्रेशर कार्यक्रम’’ शुरू किया है। इसे स्वयं पोर्टल के माध्यम से पेश किया जायेगा।      


मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक अधिकारी ने ‘भाषा’ से कहा कि इस पहल के माध्यम से उच्च शिक्षा से जुड़े सभी सेवारत शिक्षकों को उनके विषय में ‘‘प्रौद्योगिकी आधारित ऑनलाइन रिफ्रेशर कोर्स’’ के जरिए उनके विषयों से जुड़े ताजा घटनाक्रमों से रूबरू होने का मौका मिलेगा ।      

अधिकारियों ने बताया कि चिन्हित राष्ट्रीय संसाधन केंद्र ‘रिफ्रेशर सामग्री’ तैयार करेंगे जो ताजा चलन के आधार पर नये रूप में तैयार करते हुए हर वर्ष 15 जून तक पेश किया जाएगा । यह प्रशिक्षण सामग्री ‘स्वयं’ प्लेटफार्म पर अपलोड की जायेगी और सभी शिक्षकों के लिये उपलब्ध होगी।   

राष्ट्रीय संसाधन केंद्र 31 अक्तूबर 2018 तक उन शिक्षकों की सूची प्रकाशित करेगा जिन्हें अभिप्रमाणित किया गया है। इन कोर्स में समाज विज्ञान, विज्ञान, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी, डिजाइन और विनिर्माण , कला, भाषा, शिक्षण, वाणिज्य, प्रबंधन, शिक्षा नियोजन और प्रशासन, लोक नीति, नेतृत्व और शासन संचालन, पुस्तकालय और सूचना विज्ञान, खगोल विज्ञान तथा खगोल भौतिकी, अध्यापन कला और शोध विधि, नैनो साइंस जैसे विषय शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि ‘स्वयं पोर्टल’ एक आनलाइन शैक्षणिक पोर्टल है जिसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने तैयार कराया है। इसके माध्यम से 9वीं कक्षा से लेकर स्नाताकोतर तक के कोर्स उपलब्ध कराये जा रहे हैं।  


उच्च शिक्षा से जुड़े शिक्षकों के पेशेवर विकास पहल के तहत प्रथम चरण में 75 विषयों पर विशिष्ट राष्ट्रीय संसाधन केंद्रों की पहचान की गई है । इन केंद्रों से ऑनलाइन प्रशिक्षण सामग्री तैयार करने को कहा गया है।   इन विशिष्ट राष्ट्रीय संसाधन केंद्रों को समसामयिक घटनाक्रमों और नये उभरते चलन के आधार पर पाठ्यक्रम तैयार करने का दायित्व सौंपा गया है।      

इस कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय संसाधन केंद्र के रूप में कई केंद्रों को अधिसूचित किया गया है। इनमें पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षण शिक्षण मिशन के तहत केंद्रीय विश्वविद्यालयों, आईआईएससी, आईआईटी, एनआईटी, आईआईएसईआर, राज्य विश्वविद्यालयों में स्थित केंद्र के अलावा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मानव संसाधन विकास केंद्र, राष्ट्रीय तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान, आईआईआईटी, मुक्त विश्वविद्यालय आदि शामिल हैं। इसके अलावा स्कूल से उच्च शिक्षा स्तर पर ‘‘ स्वयं’’ प्लेटफार्म के माध्यम से जुलाई 2018 से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र के लिये मुक्त ऑनलाइन कोर्स जारी किया गया है।      

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इस विषय पर सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों को पत्र लिखा है और उनसे अपने विश्वविद्यालयों में इस पहल को स्वयं प्लेटफार्म के जरिये अमल में लाने के लिये 1 जुलाई 2018 से पहले सभी तरह की मंजूरी प्राप्त करने को कहा है।   इसमें वैदिक साहित्य, उपनिषद, भारतीय संस्कृति एवं मूल्य, भारतीय दर्शन, स्मृतियां, जैन एवं बौद्ध दर्शन, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार, शैक्षणिक प्रशासन एवं प्रबंधन, सूचना संचार प्रौद्योगिकी जैसे विषय शामिल हैं। इन कोर्स में धर्मशास्त्र का इतिहास, काव्य अलंकार, काव्य दर्शन, ज्ञान समाज, पुस्तकालय एवं पुस्तकालय प्रबंधन, डिजिटल पुस्तकालन, हिन्दी साहित्य का इतिहास, पर्यटन योजना एवं सतत विकास, सतत वास्तुकला इतिहास, खाद्य सूक्ष्म जीव विज्ञान एवं खाद्य सुरक्षा, संगठन व्यवहार, चित्रकला के विविध आयाम, रचनात्मक चित्रकला, बौद्धिक संपदा, कारपोरेट कानून, पर्यावरण कानून, लोक प्रशासन आदि शामिल हैं।
 

pooja

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