नर्सिंग की पढ़ाई करना होगा मंहगा, सरकार ने की फीस में 10 फीसदी बढ़ोतरी

Thursday, Aug 03, 2017 - 06:45 PM (IST)

नई दिल्ली : अगर आप नर्सिंग की पढ़ाई करना चाहतो है तो पहले के मुकाबले आपको अब अधिक पैसे खर्च करने होगें। क्योंकि उत्तराखंड में नर्सिंग कालेजों की फीस में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। हालांकि नई फीस केवल प्राइवेट कॉलेजों के लिए बढ़ाई गई है। जबकि सरकारी कॉलेजों में पुरानी फीस ही ली जाएगी। इससे राज्य के युवाओं को अब एएनएम, जीएनएम, बीएससी नर्सिंग और एमएससी नर्सिंग के लिए पहले से ज्यादा फीस चुकानी होगी।

बुधवार को प्रवेश एवं शुल्क नियामक समिति की बैठक में यह तय किया गया। इसके साथ ही निजी मेडिकल कालेजों के मामले में निर्णय नौ अगस्त को सुनाया जाएगा। समिति ने रुद्रपुर के द्रोण कालेज ऑफ एजूकेशन एंड टेक्नोलॉजी के डीबीए और बीएसए की फीस का भी निर्धारण कर दिया। इस कालेज की फीस पहली बार तय की गई है। शुल्क निर्धारण समिति ने 2015 में नर्सिंग कॉलेजों की फीस तय की थी। इसके बाद अब इस फीस में इजाफा करने का निर्णय लिया गया है।

उत्तराखंड में 19 प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज
राज्य में इस समय 19 प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज हैं, जिसमें हजारों की संख्या में युवा नर्सिंग कोर्स कर रहे हैं। समिति के इस फैसले से युवाओं को पहले के मुकाबले ज्यादा फीस चुकानी होगी। वहीं सरकारी कॉलेजों में पुरानी दर के हिसाब से ही फीस ली जाएगी। सचिव शुल्क निर्धारण समिति के अपर मुख्य सचिव डॉ. रणवीर सिंह राज्य शुल्क निर्धारण समिति की बैठक में प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों की फीस 10 फीसदी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। पैरामेडिकल और तकनीकि शिक्षा संस्थानों की फीस पर विचार नहीं किया गया। जबकि मेडिकल कॉलेजों की फीस वृद्धि पर भी फैसला सुरक्षित रखा गया है।

नर्सिंग फीस का यह है ब्योरा 
सरकार ने प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों के लिए स्टेट कोटे की फीस पहले 33 हजार तय की थी जो अब 36 हजार के करीब होगी। मैनेजमेंट कोटे की फीस 50 हजार हो जाएगी। जीएनएम स्टेट कोटे की फीस 42 हजार, मैनेजमेंट कोटे की फीस तकरीबन 55 हजार, बीएससी नर्सिंग की फीस 62 और 70 हजार के करीब हो जाएगी।
मेडिकल कॉलेजों की फीस अभी तय नहीं 

शुल्क निर्धारण समिति के प्रमुख अपर मुख्य सचिव डॉक्टर रणवीर सिंह ने बताया कि राज्य शुल्क निर्धारण समिति की बैठक में पैरामेडिकल और तकनीकि शिक्षा संस्थानों की फीस पर विचार नहीं किया गया। मेडिकल कॉलेजों की फीस वृद्धि पर भी फैसला सुरक्षित रखा गया है। शुल्क निर्धारण समिति की बैठक अब 9 अगस्त को होगी जिसमें मेडिकल कॉलेजों फीस बढ़ोत्तरी का निर्णय हो सकता है। 


 

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