Success Story: अखबार बेचने वाले की बेटी बनी IAS अफसर, पहले प्रयास में मिली सफलता

Wednesday, Jan 15, 2020 - 10:01 AM (IST)

नई दिल्ली: हर जीवन की कहानी एक सी नहीं होती, लेकिन किसी मोड़ पर कुछ ऐसा होता है जिससे पूरी कहानी बदल जाती है। हर दिन आप सब लोग एक ऐसी हस्ती की कामयाबी की दास्तां से रूबरू होते हैं, जिसने विषम परिस्थितियों से लड़कर कामयाबी हासिल की लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो पहले ही प्रयास में और बेहद कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल कर लेते हैं। इन्हीं होनहारों में से एक हैं शिवजीत भारती। 

इस तरह की सफलता का सपना हर कोई देखता है लेकिन 26 साल की शिवजीत भारती की तरह गिने-चुने ही ऐसे हैं, जो सभी बाधाओं को पार कर अपने सपने सच कर सकते हैं जिन 48 विद्यार्थियों ने हरियाणा सिविल सर्विस (एग्जीक्यूटिव) परीक्षा (एचसीएच) पास की है, उसमें से भारती भी एक हैं, जो एक साधारण परिवार से आती हैं। हरियाणा के जयसिंहपुरा गांव में भारती के पिता अखबार बेचने का काम करते हैं। 

पिता अखबार बेचने का करते है काम 

भारती के पिता गुरनाम सैनी सूरज निकलने से पहले जगते हैं और अखबार बांटने का काम करते हैं उन्‍हें साल में सिर्फ 4 छुट्ट‍ियां ही मिलती हैं। भारती की मां, शारदा सैनी आंगनबाड़ी में काम करती हैं। भारती के अनुसार कम आय में अच्‍छी शिक्षा प्राप्‍त करना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन कड़ी मेहनत कर पढ़ाई करना और सरकारी नौकरी हासिल करना उनकी प्राथमिकता थी। 

यूपीएससी क्‍ल‍ियर करने का है सपना 


भारती, दरअसल यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही थी, इसी बीच उन्‍हें HCS (एग्‍ज‍िक्‍यूटिव) परीक्षा देने का मौका मिला और पहली ही कोशिश में उन्‍होंने यह परीक्षा क्‍वालिफाई ली। भारती कहती हैं कि अब उन्‍हें पूरा यकीन है कि वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा भी पास कर सकती हैं. उनका अगला लक्ष्‍य यूपीएससी क्‍ल‍ियर करना है। 

खर्च चलाने के लिये पढ़ाती थीं ट्यूशन 
पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से साल 2015 में, मैथ्‍स ऑनर्स से पोस्‍ट ग्रेजुएशन करने वाली भारती अपना खर्च चलाने के लिये घर पर ट्यूशन पढ़ाती हैं। 

#भारती को किताबें, अखबार, मैग्‍जीन पढ़ना और यूट्यूब पर जानकारी से भरे वीडियोज देखना पसंद है। भारती ने बताया कि परीक्षा की तैयारी में ये सभी चीजें खूब काम आईं। 

#उनके पिता ने कहा, "मेरी बेटियां मेरी पंख हैं. मैं 9वें आसमान में उड़ रहा हूं." उन्होंने याद करते हुए कहा कि उनके एक जमीन विवाद में उन्हें सरकारी अधिकारियों की वजह से काफी तकलीफ उठानी पड़ी थी। 
 

Riya bawa

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