केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान बोले, नई शिक्षा नीति भारत को वैश्विक ज्ञान केंद्र में करेगी तबदील

Thursday, Aug 19, 2021 - 12:14 PM (IST)

एजुकेशन डेस्क : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि 'नयी शिक्षा नीति, 2020' भारत को वैश्विक ज्ञान केंद्र में तब्दील करेगी, जिसमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) अहम भूमिका अदा करेंगे। आईआईटी खड़गपुर के 71वें स्थापना दिवस कार्यक्रम को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधान ने कहा कि 'आईआईटी केवल शिक्षा का केंद्र' ही नहीं बल्कि 'राष्ट्र निर्माण का केंद्र' बनेंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'नयी शिक्षा नीति का उद्देश्य शिक्षा में पहुंच और समानता की दृष्टि को साकार करना है क्योंकि बहुत से युवा तकनीकी शिक्षा हासिल करना चाहते हैं, ऐसे में हमने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी अंग्रेजी भाषा में दक्षता की कमी के कारण नहीं पिछड़ जाए।' उन्होंने कहा कि नयी शिक्षा नीति (एनईपी) सभी बाधाओं को दूर करेगी और योग्य उम्मीदवारों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के तरीके में क्रांति लाएगी। प्रधान ने कहा कि देश के कुछ इंजीनियरिंग कॉलेज ऐसे छात्रों को अन्य स्थानीय भाषाओं में तकनीकी शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराएंगे जोकि अंग्रेजी भाषा में पढ़ाई करने के इच्छुक नहीं हैं।

साथ ही कहा कि आईआईटी खड़गपुर एनईपी के उद्देश्यों को पूरा कर रहा है। शिक्षा मंत्री ने संस्थान के अधिकारियों से यह भी अनुरोध किया कि वह दक्षता के लक्ष्यों को प्राथमिकता दें और इसे 'शिक्षा के केंद्र' से 'राष्ट्र निर्माण के केंद्र' में तब्दील करने के व्यापक लक्ष्य पर काम करें। प्रधान ने कहा कि कुछ दिन पहले ही भारत ने अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया है और यह खुशी की बात है कि हम आईआईटी खड़गपुर का 71वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। शिक्षा सचिव अमित खरे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जहां आईआईटी खड़गपुर उम्र के मामले में सबसे पुराना आईआईटी है, वहीं, यह नई तकनीक और पहल के मामले में सबसे 'युवा' है।

rajesh kumar

Advertising