विजुअल आर्ट्स में करियर बना सपनों में भरे नए रंग

Tuesday, Jan 30, 2018 - 02:34 PM (IST)

नई दिल्ली : कुछ समय बाद ही बोर्ड परीक्षाएं शुरु होने वाली है। सभी स्टूडेंट्स मन लगाकर पढ़ाई करने में लगे हुए है ताकि अच्छे नंबर ला सकें, लेकिन एग्जान खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स को सामने सबसे बड़ा सवाल उनके करियर को लेकर होता है। आज कल करियर के इतने सारे विकल्प हो गए है कि स्टूडेंट्स को यह समझ ही नहीं आता कि वह किस फील्ड में करियर बनाएं ताकि वह उनकी लाइफ अाराम से कट सकें। लेकिन कई लोगों काफी क्रियटिव होते है। उन्हें अपनी कल्पना को रंग देना काफी पंसद होता है । एेसे में अगर आपको भी रंगों के माध्मय से अपनी भावनाएं लोगों को बताना पंसद है तो चित्रकारी में करियर एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है । दृश्य कला एक ऐसी कला है जो पेंटिंग्स, तस्वीरें या किसी भी रूप मूर्तिकला को सुंदर बनाने में काफी सहायक होता है। आजकल काफी लोगों को पेंटिंग का शौक होता है। कुछ समय पहले विजुअल ऑटर्स को केवल शौक के लिए करते थे मगर आजकल इस क्षेत्र में आसानी से करियर भी बनाया जा सकता है।  आइए जानते है कि कैसे आप इस  फील्ड में करियर बना सकते है । 

पहले मूर्तिकला, चित्रकला इत्यादि तक ही सीमित थी, लेकिन वर्तमान में कला का रूप ही बदल गया है। दृश्य कला ने अपना विस्तार चारों ओर फैलाया है। चित्रकारी की मांग अब काफी बढ़ रही है और और इसके कारण कैरियर संबंधी नए विकल्पों का उभार हुआ है।  विजुअल ऑटर्स  में चित्रकारी, मूर्तिकला, डिजाइन, शिल्प, फोटोग्राफी, वीडियो फिल्म निर्माण और वास्तुकला का समावेश होता है।  इसमें प्राकृतिक दृश्यों एवं कल्पना का मिश्रण होता है।  इसके अलावा विजुअल ऑटर्स में औद्योगिक डिजाइन, ग्राफिक डिजाइन, फैशन डिजाइन, इंटीरियर डिजाइन और सजावटी कला को भी शामिल किया जाता है।

विजुअल ऑटर्स  हेतु प्रशिक्षण
विजुअल ऑटर्स  हेतु बहुत सघन प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। यूरोप में कलाकार की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण का चलन प्रारंभ हुआ। इसी प्रकार भारतीयों ने भी इस प्रवृत्ति की सीख से कई प्रशिक्षण केंद्र खोले और आज दृश्य कला शिक्षा प्रणाली का एक वैकल्पिक विषय बन चुका है। विजुअल ऑटर्स में विभिन्न अॉप्शस 

चित्रकला 
चित्रकला छवि बनाने तक सीमित नहीं हैं इसमें तकनीकी क्षेत्र की विस्तृत जानकारी का भी समावेश होता है। इसमें पेंसिल, कलम, स्याही और रंगों द्वारा चित्रों में चार चांद लगाने की कोशिश की जाती है। चित्रकार की आवश्यकता स्कूलों, कालेजों और अलग-अलग संस्थानों में बहुत अधिक है।

मूर्तिकला 
आज विजुअल ऑटर्स के अंतर्गत  व्यक्ति प्रकृति के दृश्यों को देखकर भिन्न-भिन्न मूर्तियों को आकृतियां दे सकता है और आज हर क्षेत्र में इसकी मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है।  दृश्य कला के क्षेत्र में  वर्तमान मांग को देखते हुए व्यक्ति चित्रकार, मूर्तिकार, शिल्पकार, फोटोग्राफी, डिजाइन व वीडियो फिल्म निर्माण और वास्तुकला के रूप में कार्य करके अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकता है।

स्कोप 
इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए कई ऑप्शन मिल जाते हैं। यदि आप कला के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो आप भी एडवरटाइजिंग ऑर्गनाइजेशन, ऑर्ट गैलेरीज, प्रकाशन, फिल्म, फोटोग्राफी और एनिमेशन के क्षेत्र में भी आप जॉब कर सकते हैं। इसके अलावा आप किसी सरकारी व प्राइवेट महाविद्यालय, विश्वविद्यालयों या स्कूल में आर्ट टीचर के रूप में भी कार्य कर सकते हैं।

वेतनमान
विजुअल ऑटर्स स्वयं की रुचि, जागरूकता और इच्छाशक्ति निर्भर करती है। सरकारी क्षेत्र में अध्यापक के रूप में 15-20 हजार रुपए कमा सकता है और कालेज प्रवक्ता के रूप में 40-50 हजार रुपए तक वेतन पा सकता है। दूसरी ओर निजी क्षेत्र में उसका वेतनमान उसके स्वयं के कार्य पर निर्भर करता है।

पाठ्यक्रम
विजुअल ऑटर्स का कोर्स चार साल का होता है जिसमें से पहले वर्ष के पाठ्यक्रम में विजुअल ऑटर्स या फाइन ऑर्ट्स से जुड़े विषयों को पढ़ाया जाता है, जिसे फाउंडेशन कोर्स कहा जाता है। इसके बाद मेरिट और अंक के आधार पर अपने विषय में तीन वर्षीय स्पेशलाइजशेन कोर्स करना होता है। इसके बाद यदि आप आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एंट्री ले सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें, तो इन विषयों में पीएचडी भी कर सकते हैं।

मुख्य संस्थान
फैकल्टी ऑफ एमएस विश्वविद्यालय, वडोदरा, गुजरात
कॉलेज ऑफ आर्ट 20-22, तिलक मार्ग, नई दिल्ली
गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर 10सी, चंडीगढ़
फैकल्टी ऑफ रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
कॉलेज ऑफ फाइन कला भवन, विश्व-भारती, शांतिनिकेतन, पश्चिम बंगाल
फैकल्टी ऑफ बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी
कॉलेज ऑफ आर्ट लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ
 

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