NCERT का स्कूलों में शारीरिक शिक्षा, खेलकूद, योग पर जोर

Tuesday, Aug 14, 2018 - 04:28 PM (IST)

नई दिल्ली : राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने स्कूलों में स्वास्थ्य, शारीरिक शिक्षा, खेलकूद एवं योग को लागू करने के मद्देनजर पहली से दसवीं कक्षा तक स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा संबंधी विषय अनिवार्य रूप से पेश किये जाने की जरूरत बतायी है। स्कूलों के लिये जारी दिशानिर्देश में कहा गया है कि जो नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं, उनका स्वास्थ्य बेहतर होता है।ऐसे में प्रत्येक स्कूल को पहली से दसवीं कक्षा तक स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा संबंधी विषय अनिवार्य रूप से पेश किये जाने और इस विषय को अन्य विषयों के बराबर दर्जा दिये जाने की जरूरत है।      

एनसीईआरटी के दिशानिर्देश में कहा गया है कि पहली से दसवीं कक्षा तक प्रत्येक कक्षा की समयसारणी में प्रतिदिन स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा पर एक कक्षा निर्धारित किये जाने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य एवं शरीरिक शिक्षा के तहत स्वास्थ्य, शारीरिक शिक्षा, खेलकूद और योग शामिल हैं। औपचारिक रूप से छठी कक्षा से योग गतिविधि को पेश किया जाये और शारीरिक शिक्षा की गतिविधियों से जुड़े अभ्यास पर जोर दिया जाए। सभी स्कूलों में खेल के मैदान एवं उपकरणों के लिये स्थान होना चाहिए। अगर स्थान उपलब्ध नहीं है तो स्कूल, समुदाय में उपलब्ध स्थान का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, सुरक्षा ङ्क्षचताओं को देखते हुए यह सुनिश्चित किये जाने की जरूरत है कि यह स्थान पास मे हो और सुरक्षित हो।       

खेलकूद, योग एवं अन्य गतिविधियों का आयोजन करते हुए बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने की जरूरत है। स्कूलों में दवा सहित प्राथमिक चिकित्सा बाक्स उपलब्ध होना चाहिए। साथ ही स्कूलों का पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अस्पताल से सम्पर्क होना चाहिए। परिषद ने कहा है कि शारीरिक गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि बच्चे इसका आनंद उठा सके । 

bharti

Advertising