National Education day: आखिर क्यों आज के दिन मनाया जाता है शिक्षा दिवस, पढ़े इतिहास

Monday, Nov 11, 2019 - 11:37 AM (IST)

नई दिल्ली: आज के दिन यानि 11 नवंबर को देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का 131वां जन्मदिन मनाया जाता है। बता दें कि वह भारत के पहले शिक्षा मंत्री, स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद्, लेखक थे। हर साल 11 नवंबर को उनके जन्म दिवस पर भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

जन्म और जीवन 
-सन 1888 में स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म हुआ था। वह देश के पहले शिक्षा मंत्री थे। 
-मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 11 सितंबर, 2008 को घोषणा की कि भारत में अबुल कलाम आजाद ने शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान हैं, इसलिए उनको याद करके भारत के इस महान पुत्र के जन्मदिन को शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

-भारत की आजादी के बाद मौलाना अबुल कलाम ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की स्थापना की थी। आजाद उर्दू में कविताएं भी लिखते थे इन्हें लोग कलम के सिपाही के नाम से भी जानते हैं। 

भारत रत्न से किया सम्मानित 
मौलाना अबुल कलाम आजाद ने भारत रत्न से 1992 में मरणोपरांत सम्मानित किया गया था। उन्होंने हमेशा सादगी का जीवन पसंद किया था। आपको जानकर हैरानी होगी जब उनका निधन हुआ था, उस दौरान भी उनके पास कोई संपत्ति नहीं थी और न ही कोई बैंक खाता था। 

आधुनिक विज्ञान पर दिया जोर 
1950 में संगीत नाटक अकादमी, साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी का गठन हुआ था। ये सब आजाद की अगुवाई में ही हुआ था। इसके साथ ही 1949 में, सेंट्रल असेंबली में, उन्होंने आधुनिक विज्ञान के महत्व पर ज्यादा जोर दिया था। 

ये है रचनाएं
#इंडिया विन्स फ्रीडम अर्थात् भारत की आज़ादी की जीत
#उनकी राजनीतिक आत्मकथा, उर्दू से अंग्रेज़ी में अनुवाद के अलावा 1977 में साहित्य अकादमी द्वारा छ: संस्करणों में प्रकाशित क़ुरान का अरबी से उर्दू में अनुवाद उनके शानदार लेखक को दर्शाता है। 
#तर्जमन-ए-क़ुरान के कई संस्करण 
 

ये हैं पुस्तकें 
पुस्तकों में गुबारे-ए-खातिर, हिज्र-ओ-वसल, खतबात-ल-आज़ाद, हमारी आज़ादी और तजकरा शामिल हैं। उन्होंने अंजमने-तारीकी-ए-हिन्द को भी एक नया जीवन दिया। 

 

Riya bawa

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