मुंबई यूनिवर्सिटी जल्‍द जारी करे पेंडिंग रिजल्ट्स : सी विद्यासागर राव

Monday, Sep 25, 2017 - 06:45 PM (IST)

नई दिल्ली : मुंबई यूनिवर्सिटी की ओर से में कई समय से  पेंडिंग परीक्षा परिणामों को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने मुंबई युनिवर्सिटी के कुलपति को ‘अविलम्ब और शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर’ 11,981 उम्मीदवारों के परीक्षा परिणाम घोषित करने का निर्देश दिया है। इन नतीजों की वजह से 11, 981 छात्रों का भविष्य अधर में लटका है। राजभवन के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति राव ने विश्वविद्यालय को प्राप्त 46,806 आवेदनों को देखते हुए उत्तर पत्रों के सही समय पर पुनर्मूल्यांकन करने का निर्देश दिया।

बता दें, सी विद्यासागर राव गवर्नर होने के अलावा सभी यूनिवर्सिटी के चांसलर भी हैं। उनके आदेश पर राजभवन के प्रवक्ता ने कहा कि राज्यपाल ने आदेश दिया है कि 46,806 अनुरोधों के संबंध में उत्तरपत्रों के पुनर्मूल्यांकन को दिए गए समय में पूरा किया जाये। इसके अलावा 477 परीक्षाओं की घोषणा भी तुरंत ही की जाये। इसके साथ ही ये निर्देश उन्होंने वाइस चांसलर प्रोफेसर देवानंद शिंदे, प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर धीरेन पटेल और बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन अर्जुन घटौले को भी दिए हैं।

दरअसल, इस मामले को लेकर राजभवन में बैठक की गयी। इस बैठक में परीक्षा के परिणामों को लेकर निर्देश जारी किये गए कि अब से विंटर एग्जामिनेशन 8 नवंबर से 20 दिसंबर तक ही चलेंगे। तो वहीं दूसरी तरफ राव ने भी कहा कि परीक्षा के परिणामों में देरी न की जाये। ये बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इसके अलावा रिजल्ट 30 से 45 दिनों के अंदर घोषित किये जाने चाहिए। राजभवन की इस बैठक में राज्यपाल और सीएम देवेंद्र फडणवीस दोनों को एग्जाम का रोड मैप दिया गया। इधर सीएम ने भी यूनिवर्सिटी से सख्त रवैया अपनाते हुए अल्टीमेटम दिया है कि समर एग्जाम जैसी गलती दोबारा न होने पाए। मुंबई विश्वविद्यालय की अपनी एक खास पहचान है और इस तरह की चीजें उसकी साख पर सवाल खड़ा करती हैं। 

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