एमयू के छात्रों ने कार्यवाहक कुलपति की टिप्पणी का किया विरोध

Tuesday, Oct 09, 2018 - 10:27 AM (IST)

इंफाल: मणिपुर यूनिर्विसटी (एमयू) के छात्रों ने कल कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर के. युगींद्रो की उस टिप्पणी के विरोध में धरना दिया जिसमें उन्होंने छात्रों की तुलना ‘‘आतंकवादियों’’ से की थी। छात्रसंघ के एक नेता ने यह जानकारी दी। 3 अक्टूबर को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को लिए गए पत्र में युगींद्रो ने ‘‘आतंकवादी जैसे’’ प्रदर्शनकारियों से यूनिर्विसटी को ‘‘बचाने’’ के लिए केंद्र से तत्काल कदम उठाने की मांग की थी।       

 

प्रदर्शनकारी छात्रों ने सुरक्षा बलों द्वारा आधी रात को की गई छापेमारी के बाद 20 सितंबर को अपने खिलाफ दर्ज ‘‘बेबुनियाद’’ प्राथमिकी वापस लेने की भी मांग की। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद 89 छात्रों एवं शिक्षकों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मणिपुर यूनिर्विसटी छात्र संघ (एमयूएसयू) के अध्यक्ष एम दयामंद ने कहा कि गिरफ्तार किए गए 89 लोगों में से पुलिस ने 15 को छोड़ कर सभी को रिहा कर दिया है।       

 

उन्होंने कहा कि अब भी कैद में रखे गए 15 लोगों पर युगींद्रो ने 20 सितंबर को ‘‘बंधक बनाने, अवैध तरीके से हिरासत में रखने और हत्या की कोशिश’’ करने के आरोप लगाए थे। युगींद्रो ने उसी दिन कार्यवाहक कुलपति का पदभार संभाला था।  मणिपुर के सभी राजमार्गों पर नौ अक्टूबर से अगले पांच दिनों तक आॢथक नाकेबंदी लागू करने के मुद्दे पर मुख्य सचिव और तीन प्रमुख आदिवासी छात्र संगठनों के बीच दूसरे दौर की लंबित वार्ता के बीच यह विरोध प्रदर्शन हुआ है।      

 

मणिपुर सरकार और ऑल मणिपुर ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन, कुकी स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन और ऑल नगा स्टूडेंट्स एसोसिएशन के बीच रविवार को हुई वार्ता में प्रस्तावित नाकेबंदी को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया था। ऑल नगा स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जोसफ ने बताया कि दूसरे दौर की बातचीत के बाद आर्थिक नाकेबंदी पर कोई फैसला हो पाएगा।

pooja

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