200 से अधिक मेडिकल छात्रों का अधर में लटके भविष्य

Monday, Nov 27, 2017 - 11:40 AM (IST)

नई दिल्ली : प्रबंधन कोटे से भारी राशि का भुगतान करके 4 निजी मैडीकल कालेजों में प्रवेश लेने वाले 200 से अधिक छात्रों का भविष्य अधर में लटक सकता है क्योंकि व्यापमं मामले की सी.बी.आई. जांच में उनके चयन में अनियमितताओं का दावा किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जांच एजैंसी ने मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर इन उम्मीदवारों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की मांग की है जो मैडीकल कालेजों में प्रवेश के लिए किसी प्रवेश परीक्षा में शामिल नहीं हुए।

अधिकारियों ने बताया कि यह कदम मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा 2012 में करवाए गए प्री-मैडीकल टैस्ट (पी.एम.टी.) की सी.बी.आई. द्वारा की गई जांच पर आधारित है। गत गुरुवार को एजैंसी ने 592 आरोपियों के खिलाफ प्रवेश घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए भोपाल स्थित सी.बी.आई. की एक विशेष अदालत में आरोप पत्र दायर किया था। इन आरोपियों में 4 निजी मैडीकल कालेजों के चेयरमैन शामिल हैं।

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