जामिया मिलिया इस्लामिया 2019: एमसीएआरएस केंद्र से अनुसंधान को मिलेगा बढ़ावा

Monday, Aug 26, 2019 - 02:50 PM (IST)

नई दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) में मल्टीडिसिप्लिनरी सेंटर फॉर एडवांस रिसर्च एंड स्टडीज (एमसीएआरएस) के नए केंद्र का आज उद्घाटन किया जाएगा जिसमें स्नातकोत्तर डिप्लोमा मॉलिक्यूलर डायग्नोसिस का कोर्स शुरू होगा जिसका उद्घाटन जामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर करेंगी। इसे जेएमआई स्वत: चला रही है। इस कोर्स के लिए 30 सीट निर्धारित की गई जिसमें इस कोर्स की फीस 50 हजार रुपए रखी गई है। एमसीएआरएस विभाग के निदेशक सुशांत घोष ने बताया कि भारत में इस स्तर का यह पहला सेंटर बनाया गया है। 

ऐसे केंद्र केरल और मणिपाल में पहले से मौजूद हैं लेकिन इस स्तर के नहीं हैं। उन्होंने बताया कि विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में आपसी संबंध बढ़ता जा रहा है और ऐसे में मल्टीडिसिप्लिनरी (बहु विषयक) प्लेटफार्म की सख्त जरूरत महसूस की जा रही है। यह लैब लगभग 6.5 करोड़ रुपए के लागत से बनाई गई है। इस लैब में 6 विख्यात वैज्ञानिक पहले ही जामिया के एमसीएआरएस से जुड़ चुके हैं। 

यह कहना है प्रशासन का 
जामिया कुलपति नजमा अख्तर का कहना है कि मल्टीडिसिप्लिनरी (बहुविषयक) रिसर्च को बढ़ावा देने के मकसद से इस एडवांस लर्निंग सेन्टर को जामिया में बनाया गया है। पारंपरिक तरीके से उलट अलग-अलग विषयों के शोधकर्ता एक साथ यहां अपनी जानकारी और अनुभव को साझा करते हुए शोध करेंगे जो जामिया के वैज्ञानिक इकोसिस्टम को और मजबूत करेगा। यहां रिसर्च के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैय्या कराई गई है और विदेशों में काम कर चुके टीचर्स मौजूद हैं जो छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।

Riya bawa

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